संसद के मानसून सत्र की शुरुआत हंगामेदार रही। आज सबसे पहले नए सदस्यों को शपथ दिलाई गई। इसके बाद मोदी नए मंत्रियों का परिचय देने खड़े हुए, तो विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। सदन की कार्यवाही शुरू होने के 8 मिनट बाद ही विपक्ष के शोर-शराबे पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आपत्ति जताई। इसके बाद भी विपक्ष के सांसदों की नारेबाजी जारी रही, तो स्पीकर ने लोकसभा को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
हंगामे पर मोदी ने कहा, ‘मैं सोच रहा था कि आज सदन में उत्साह का वातावरण होगा क्योंकि बहुत बड़ी संख्या में हमारी महिला सांसद, दलित भाई, आदिवासी, किसान परिवार से सांसदों को मंत्री परिषद में मौका मिला। उनका परिचय करने का आनंद होता, लेकिन शायद देश के दलित, महिला, ओबीसी, किसानों के बेटे मंत्री बनें ये बात कुछ लोगों को रास नहीं आती है। इसलिए उनका परिचय तक नहीं होने देते।’
इसके बाद प्रधानमंत्री राज्यसभा पहुंचे। वहां भी मोदी के भाषण शुरू करते ही हंगामा शुरू हो गया। हंगामा बढ़ते देख पीएम ने लोकसभा में कही बातों को दोहराया और कहा कि मंत्रिमंडल में नवनियुक्त सदस्यों को राज्यसभा में इंट्रोड्यूस माना जाए।
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