26 March 2022
कोरोना टीकाकरण को लेकर देश के बच्चों में सबसे अधिक उत्साह देखने को मिल रहा है। आंकड़े बताते हैं कि 12 से 14 साल के बच्चों ने टीका लेने में किशोर से लेकर वयस्क, फ्रंटलाइन वर्कर और स्वास्थ्य कर्मचारियों तक को पीछे छोड़ दिया है। इन बच्चों में टीका के प्रति विश्वास इस कदर देखने को मिल रहा है कि नौ दिन के भीतर जहां देश ने 20 फीसदी लक्ष्य पूरा कर लिया। वहीं बीते चार दिन से देश में हो रहे टीकाकरण में हर दूसरी खुराक भी इन्हीं को मिल रही है। कोविन वेबसाइट पर ही अब तक इस आयु के एक करोड़ से ज्यादा बच्चों ने टीका लेने के लिए अपॉइंटमेंट लिया है जो कुल अनुमानित संख्या की तुलना में करीब 25 फीसदी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में 12 से 14 वर्ष की आयु वाले बच्चों के लिए कोर्बेवैक्स टीका दिया जा रहा है जिसकी दो खुराक 28 दिन के अंतराल में लेनी जरूरी है। इन बच्चों का टीकाकरण बीते 16 मार्च से शुरू हुआ है। पहले तीन दिन 16 से 18 मार्च तक लगभग सभी राज्यों में बच्चों का टीकाकरण काफी सुस्त रहा। इसकी एक वजह होली का त्योहार भी माना जा रहा था लेकिन इसके बाद स्थिति एकदम से पलट गई।
आंकड़े बताते हैं कि पहले दिन 16 मार्च को 3.65 लाख बच्चों ने पहली खुराक ली थी। इसके बाद 17 को 5.81 और 18 मार्च को 2.53 लाख बच्चों ने खुराक ली। वहीं होली के ठीक बाद 19 मार्च को 5.50 लाख बच्चों का टीकाकरण हुआ, लेकिन 20 मार्च को रविवार अवकाश के चलते अधिकांश सरकारी केंद्र बंद होने की वजह से 48 हजार बच्चों को ही टीका लग पाया। हालांकि, इसके बाद टीकाकरण की रफ्तार तीन गुना तेजी से बढ़ी क्योंकि 21 मार्च को देश भर में 17.44 लाख बच्चों ने टीकाकरण कराया जो 19 मार्च की तुलना में करीब तीन गुना से भी अधिक है।
More Stories
Apple और Google को टक्कर देने वाला है ये नया फोन, जानिए इसकी डिटेल्स!
क्या गुजरात 2036 ओलिंपिक की मेज़बानी हासिल कर सकता है?अहमदाबाद की दावेदारी पर सबकी नज़रें
छठ पूजा का दूसरा दिन: जानें खरना के दिन की विशेषताएँ, विधि और महत्व