हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (Hormone Replacement Therapy – HRT) एक चिकित्सा प्रक्रिया है, जिसमें किसी व्यक्ति के शरीर में आवश्यक हार्मोन्स की मात्रा को संतुलित करने या बदलने के लिए कृत्रिम हार्मोन्स दिए जाते हैं। यह थेरेपी आमतौर पर रजोनिवृत्ति, हार्मोनल असंतुलन, या कुछ मामलों में जेंडर ट्रांजिशन (लिंग परिवर्तन) के दौरान उपयोग की जाती है।
जेंडर चेंज के लिए हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी
जब कोई व्यक्ति अपने जन्म-लिंग के बजाय एक अलग लिंग में रहना चाहता है, तो उसे जेंडर डिस्फोरिया (Gender Dysphoria) कहा जाता है। जेंडर ट्रांजिशन का हिस्सा बनने के लिए हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी का उपयोग किया जा सकता है, जिससे शरीर की विशेषताएं उस लिंग के अनुरूप बदलने लगती हैं जिसमें वह व्यक्ति खुद को पहचानता है।
उदाहरण के तौर पर:
- पुरुष से महिला (MTF): इस प्रक्रिया में एस्ट्रोजन हार्मोन दिया जाता है जिससे स्त्रीलिंग के शारीरिक लक्षण विकसित होते हैं, जैसे स्तन विकास, चेहरे और शरीर के बालों में कमी, और आवाज में परिवर्तन।
- महिला से पुरुष (FTM): इसमें टेस्टोस्टेरोन हार्मोन दिया जाता है जिससे पुरुषों के शारीरिक लक्षण विकसित होते हैं, जैसे चेहरे और शरीर के बालों में वृद्धि, आवाज का भारी होना, और मांसपेशियों की वृद्धि।
संजय बांगर के बेटे का जेंडर चेंज
हाल ही में खबरों में आया था कि भारतीय क्रिकेटर संजय बांगर के बेटे आर्यन ने हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी के माध्यम से जेंडर चेंज किया है। संजय बांगर के बेटे ने अपनी पहचान को पुनः परिभाषित करते हुए अपनी जेंडर पहचान के अनुरूप जीवन जीने का निर्णय लिया। इस थेरेपी के बाद उन्होंने अपने जन्म-लिंग से भिन्न पहचान के साथ जीवन शुरू किया।
हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी के माध्यम से जेंडर ट्रांजिशन आजकल एक सामान्य चिकित्सा प्रक्रिया है, और इसे समाज में जेंडर पहचान के प्रति स्वीकार्यता बढ़ाने के रूप में भी देखा जा रहा है।
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