समूचे गुजरात में भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला इन दिनों सुर्खियों का कारण बने हुए हैं।
राजकोट में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी पुरुषोत्तम रूपाला द्वारा की गई टिप्पणी के बाद क्षत्रिय समाज में रोष का माहौल है, इसी बीच इस मामले में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष भरत बोघरा शामिल होने की चर्चा सामने आई थी जिस पर भरत बोधरा ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि अगर रूपाला मामले मेरा नाम सामने आता है तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा।
वहीं मामले कांग्रेस नेता ललित कगथरा ने कहा है कि 2002 के चुनाव के परिणाम का पुनरावर्तन होने जा रहा है, भारतीय जनता पार्टी का ओवर कॉन्फिडेंस उन्हें ले डूबेगा।क्षत्रिय समाज की नाराजगी का फायदा कांग्रेस पार्टी को पहुंचने की बात भी ललित कगथरा ने कही है।
राजकोट में पुरुषोत्तम रुपाला के खिलाफ कांग्रेस पार्टी परेश धानानी को मैदान में उतार सकती है, जिस पर राजकोट भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता राजू ध्रुव ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि राजकोट में बीजेपी 5 लाख से ज्यादा की लीड से चुनाव जीत रही है, कांग्रेस का कोई भी उम्मीदवार राजकोट से लड़ेगा तो उसकी डिपॉजिट बचाना भी मुश्किल होगा।
गुजरात के वड़ोदरा जिला के डभोई के भिलोडिया गांव में पुरुषोत्तम रुपाला के खिलाफ नारेबाजी कर पुतला दहन किया गया। यहां भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है।तालुका के 6 से 7 गांव में ऐसे ही बैनर लगाए गए हैं। जहां क्षत्रिय समाज पर की गई टिप्पणी को लेकर क्षत्रिय समाज पुरुषोत्तम रुपाला की टिकट रद्द करने की मांग कर रहा है।
डभोई के चांदोद निकट के नया मांडवा गांव में भी क्षत्रिय समाज ने पुरुषोत्तम रुपाला का विरोध किया। यहां क्षत्रिय समाज के अग्रणियों ने एकत्रित होकर रैली निकालकर बैनर पोस्टर के साथ विरोध किया। पुरुषोत्तम रुपाला के पुतले को जूते का हार पहना कर पुतले का दहन करते हुए यहां रूपाला और भाजपा। का विरोध किया गया। पूरे गुजरात में प्रदर्शन के बावजूद भारतीय जनता पार्टी राजकोट से रूपाला को हटाने के मूड में नहीं है जिससे क्षत्रिय समाज में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
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