दीपावली के प्रकाश पर्व की शुरुआत के साथ ही गुजरात और राजस्थान में इस साल असामान्य गर्मी देखने को मिल रही है। भुज और डीसा में तापमान 41 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है, जो इस मौसम के हिसाब से काफी ज्यादा है। राजकोट में भी तापमान 40 डिग्री तक दर्ज किया गया है। ये आंकड़े बताते हैं कि इस साल इन राज्यों में गर्मी का प्रभाव अन्य वर्षों से अधिक है।
असामान्य तापमान और बारिश का असर
गुजरात में इस साल मानसून के दौरान अधिकतम 50.50 इंच बारिश दर्ज की गई, जबकि पिछले 30 वर्षों में औसतन 35.50 इंच बारिश होती रही है। ज्यादा बारिश के बाद इतनी गर्मी का होना असामान्य है।
कौन से शहर हैं सबसे अधिक गर्म?
गुजरात के कई शहरों में तापमान सामान्य से अधिक हो गया है
- भुज और डीसा: 41 डिग्री सेल्सियस
- राजकोट: 40 डिग्री सेल्सियस
- अहमदाबाद, गांधीनगर, कांडला, अमरेली और सुरेंद्रनगर: 38 डिग्री सेल्सियस से अधिक
इन शहरों का सुबह का तापमान भी 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे नहीं जा रहा है, जो ठंडे मौसम के लिए सामान्य नहीं है।
तापमान में बदलाव का असर
इस समय सुबह और दोपहर का तापमान सामान्य से 3 से 6 डिग्री सेल्सियस अधिक बना हुआ है। यह अचानक बढ़ते तापमान का असर है, जो दिवाली के समय आमतौर पर ठंडे मौसम की उम्मीदों के विपरीत है।
- अहमदाबाद: सुबह का तापमान 4.3 डिग्री सेल्सियस अधिक
- सूरत: सुबह का तापमान 4.7 डिग्री सेल्सियस अधिक
- भुज: दोपहर का तापमान 4.8 डिग्री सेल्सियस अधिक
क्या आने वाले दिनों में राहत मिलेगी?
एक निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी ने भविष्यवाणी की है कि 5 नवंबर के बाद तापमान में गिरावट आने की उम्मीद है। दिन का तापमान धीरे-धीरे कम होने लगेगा, और न्यूनतम तापमान भी 19 डिग्री तक पहुंच सकता है, जिससे ठंड का अहसास होने लगेगा।
गुजरात और राजस्थान में इस असामान्य गर्मी का असर लोगों के स्वास्थ्य और रोजमर्रा की जिंदगी पर पड़ रहा है। हालांकि, 5 नवंबर के बाद तापमान में गिरावट की संभावना है, लेकिन इस बार की गर्मी ने सभी को चौंका दिया है।
More Stories
हसन नसरल्लाह के खात्मे के बाद नईम कासिम के हाथों में हिज्बुल्लाह की कमान, जानें कौन है नया चीफ
रोनाल्डो-मेसी की चमक हुई कम, स्पेन के इस फुटबॉलर ने अपने नाम किया बैलन डी’ओर 2024 अवार्ड
धनतेरस के दिन क्यों की जाती हैं भगवान धन्वंतरि की पूजा?