पाकिस्तान हमेशा आतंकवादियों को शरण देने और अपने पड़ोसियों की भूमि हड़पने के लिए चर्चित रहा है, लेकिन इस बार पाकिस्तान ने जिस तरह अपने ही शहीद सैनिकों के शवों का अपमान किया, उसने दुनिया भर में उसकी जमकर निंदा करवाई है। एक चौंकाने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें पाकिस्तान के सैनिकों के शव गधे पर लादकर ले जाते हुए नजर आ रहे हैं। यह शर्मनाक दृश्य पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा इलाके का है, जो आतंकवादियों से संघर्ष के दौरान शहीद हुए सैनिकों के शवों को ‘सम्मान’ देने के बजाय गधे पर ढोने की कुत्सित हरकत दिखाता है।
पाकिस्तान की सैन्य नीतियों की पोल खोलता वीडियो
वीडियो [ https://twitter.com/i/status/1859104915798585416] में देखा जा सकता है कि पाकिस्तान के सैनिक शहीद साथियों के शवों को गधे पर लादकर जंगलों के रास्ते ले जा रहे हैं। इस घटना का खुलासा उस वक्त हुआ जब सेना की एक दूसरी टुकड़ी ने इस घटना को पकड़ा और वीडियो बना लिया। ये शव बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में आतंकवादियों से लड़ते हुए शहीद हुए थे। पाकिस्तानी प्रशासन ने शवों को छिपाने के लिए जल्दी से जल्दी इन्हें घटनास्थल से हटाने की कोशिश की, लेकिन उनके इस कृत्य ने एक गंभीर सवाल खड़ा कर दिया है। क्या यह पाकिस्तानी सेना की असलियत को उजागर करता है?
पाकिस्तानी सेना के भीतर गुस्सा
पाकिस्तान की सेना में इस घटना के बाद गुस्से की लहर दौड़ गई। उच्च अधिकारियों ने इस शर्मनाक हरकत को लेकर नाराजगी जाहिर की। सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस पर कार्रवाई की मांग की और साथ ही यह भी पूछा कि आखिरकार इतने बड़े सैन्य बजट के बावजूद सैनिकों के शवों को हेलीकॉप्टर की जगह गधे पर क्यों लादा गया? यह सवाल अब पाकिस्तान के सैन्य अधिकारियों के बीच चर्चा का विषय बन गया है। कुछ अफवाहों के मुताबिक, हो सकता है कि बड़े अधिकारियों के परिवारों को यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर में इस्तेमाल किया गया हो, जिससे सैनिकों के शवों को हेलीकॉप्टर से ले जाने की सुविधा नहीं मिल पाई।
इस शर्मनाक घटना के पीछे छुपे खतरनाक तथ्य
इस घटना ने पाकिस्तान की छवि को एक बार फिर से गंभीर सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। जब सैनिक अपनी जान को खतरे में डालकर देश की रक्षा कर रहे होते हैं, तो क्या यह उनका कर्तव्य नहीं बनता कि उन्हें सम्मान और उचित सम्मान के साथ अंतिम यात्रा पर भेजा जाए? लेकिन पाकिस्तान ने अपने ही शहीद सैनिकों को गधे पर लादकर एक ऐसा उदाहरण प्रस्तुत किया है, जो न केवल मानवता के खिलाफ है, बल्कि सेना के प्रति उसकी संवेदनहीनता को भी उजागर करता है।
क्या यह पाकिस्तान की वास्तविक स्थिति को दिखाता है?
यह घटना पाकिस्तान की असलियत को उजागर करती है कि कैसे प्रशासन और सेना अपने नागरिकों और सैनिकों के साथ बेहद अनुचित और असंवेदनशील तरीके से पेश आते हैं। पाकिस्तान की सेना और सरकार आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई में अपने सैनिकों की अहमियत नहीं समझती, और उनकी मौत को छिपाने के लिए भी शर्मनाक तरीके अपनाती है। यह केवल पाकिस्तान के प्रशासन की कमजोरी नहीं, बल्कि उनके अंदर की व्यवस्था और सैनिकों के प्रति उनके आचरण की पोल खोलता है।
पाकिस्तान को अपने सैन्य आचरण पर गंभीर पुनर्विचार करना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उसके सैनिकों को उनके बलिदान के लिए वास्तविक सम्मान मिले, न कि ऐसे अमानवीय कृत्यों का शिकार बनना पड़े।
यह घटना सिर्फ एक शर्मनाक दृश्य नहीं है, बल्कि पाकिस्तान की सैन्य और प्रशासनिक व्यवस्था की गंभीर विफलता को दर्शाती है। यह एक सबक है, जो हमें यह याद दिलाता है कि हमें अपने सैनिकों के बलिदान और समर्पण को हमेशा सम्मान देना चाहिए, न कि उनकी मौत को छुपाने और अपमानित करने के लिए गधे का सहारा लेना चाहिए।
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