“डर या जीत, कई गंभीर बीमारियों के खिलाफ काम किया, लेकिन कोरोना की महामारी ने मौत के डर को खत्म कर दिया।”
अरुणाबेन पटेल कोविड -19 अस्पताल के प्रभारी के रूप में 365 दिनों तक लगातार 8-9 घंटे काम करके फ्लोरेंस नाइटिंगेल की परिभाषा को पूरा करके एक नया उदाहरण बन गईं हैं। अरुणाबेन ने कहा कि रोजाना कई कोरोना के सकारात्मक रोगियों के बीच काम करने से, एक बात तो साबित हो गई है की भगवान उन लोगों की देखभाल करेंगे जो मरीजों की सेवा करेंगे। अरुणाबेन ने कोविद के मरीजों के बीच 365 दिनों में 2880 घंटे से अधिक सकारात्मक मरीजों को समय दिया है, जिसके बावजूद, उन्हें कोरोना का संक्रमण नहीं हुआ है।
आज करीबन 27 सालों में इस तरह की भयानक महामारी देखी गई।
शुरुआती दिन बहुत कठिन होते होगें। हालांकि, यह कहा जा सकता है कि दृढ़ दिमाग के साथ काम करने की आदत ने सब कुछ आसान कर दिया होगा। इसी जज्बे के साथ यह नर्स आज सही सलामत है, और आशा है की आगे भी सलामत रहेंगी।
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