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APSEZ ने 9% वार्षिक वृद्धि दर्ज करवा कर मुंद्रा पोर्ट को बनाया सबसे बड़ा पोस्ट कार्गो वॉल्यूम, भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर का अर्थ तंत्र बनाने की चाबी

05-04-2023, Wednesday

लेखक : नलिनी रावल

APSEZ ने प्रतिवर्ष 9% की वृद्धि दर्ज करवा कर अब तक का सबसे बड़ा मुंद्रा पोर्ट कार्गो वॉल्यूम बनाया है।


साल भर में हैंडल किए गए कुल कार्गो के 155 MMT के साथ मुंद्रा भारत का सबसे बड़ा पोर्ट बन गया है। एपीएसईजेड के डीप ड्राफ्ट पोर्ट बड़े जहाज पार्सल प्राप्त कर सकता है।इससे लॉजिस्टिकस खर्च में कमी की हुई है। आधुनिक बनाए गए पोर्ट और लॉजिस्टिक्स इंफ्रास्ट्रक्चर को, भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर का अर्थ तंत्र बनाने की चाबी माना जा रहा है। भारत की सबसे बड़ी संकलित परिवहन यूटिलिटी और विविधता से भरे अदानी ग्रुप के एक भाग अदानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनामिक जोन लिमिटेड यानी APSEZ ने मार्च 2023 में कुल 32 मिलियन मेट्रिक टन कार्गो का परिवहन कर प्रतिवर्ष 9.5% वृद्धि दर्शाई है। जुलाई 2022 के बाद 339 एमएमटी के अंक को पार कर लिया है।वित्तीय वर्ष 2023 ममें अदानी पोर्ट और SEZ ने 339 एमएमटी के साथ पोर्ट कार्गो वॉल्यूम का रिकॉर्ड बनाया है। देश के तमाम पोर्ट्स के कार्गो वृद्धि को पीछे छोड़ते हुए अदानी पोर्ट्स ने बाजार में अपना हिस्सा बढ़ाया है।अदानी पोर्ट्स के पूर्णकालीन डायरेक्टर करण अदानी के अनुसार यह ग्राहकों के उनके प्रति विश्वास का सुबूत है। मुंद्रा पोर्ट ने अपने इंफ्रास्ट्रक्चर, वैश्विक स्पर्धको के समकक्ष सुविधाएं और सेवाओ के कारण मुंद्रा पोर्ट कंटेनर माल के लिए भारत का प्रवेशद्वार बन गया है।


मुंद्रा में 6.6 MTEU के वॉल्यूम है।हैंडल किए गए रेक्स ने 500,000 TEUS यानी निरंतर 24% को पार कर नया सीमा चिन्ह बनाया है।अदानी पोर्ट् ग्रुप अब तक के विविध व्यापारो द्वारा 3,068 ग्राहकों को श्रेष्ठ सेवाएं दे चुका है।


बंदरगाहों के कार्गो वॉल्यूम में हो रही बढ़ोतरी देश की आर्थिक उन्नति का प्रतीक है। भारत का 95% व्यापार समुद्री मार्गो से होता है, ऐसे में जरूरी है कि तमाम बंदरगाह श्रेष्ठ हो। इसी जरूरत को देखते हुए एपीएसईजेड ने भारतीय समुद्र तटों पर श्रेष्ठ बंदरगाह बनाए हैं, जो देश के अंतरिम विस्तार को अपने अंदर समाते हैं ।इन बंदरगाहों के कारण स्थानीय अर्थतंत्र में गति आती है, और रोजगार में भी वृद्धि हो रही है।
मुंद्रा, दहेज ,हजीरा, धमारा जैसे बंदरगाहों ने विशिष्ट सिद्धि हासिल कर बेंचमार्क स्थापित किए हैं ।गत वित्तीय वर्ष में सबसे अधिक RO Ro वॉल्यूम ने 2.09 लाख कार का संचालन किया है। यह बढ़ोतरी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड द्वारा एपीएसईजेड पर दर्शाए गए विश्वास का परिणाम है। मुंद्रा पोर्ट में 17 मीटर के ड्राफ्ट के साथ सबसे गहरे एमएससी वाशिंगटन कंटेनर जहाज का संचालन किया ।168, 100 एमटी ओर के साथ बंदरगाह से 17.85 मीटर के महत्तम ड्राफ्ट के साथ पूरे लोड हुए कैपसाइज MV NS जहाज ने 163. 781 एमपी के साथ जिप्सम का फूल लोडेड जिप्सम MV Shinyo guardian का पार्सल मिला।

हजीरा पोर्ट पर 1.15 MMT चीनी का कार्गो का वॉल्यूम दर्ज हुआ।कृष्णापट्टनम में 1.17 MMT उच्च जिप्सम का डिस्चार्ज, धामारा पोर्ट से MV मोजे पर 1,57,000 MT आयरन ओर की निकास दर्ज हुई।मुंद्रा बंदरगाह में जहाजों को तुरंत बर्थ प्राप्त हो इसलिए सबसे तेज टर्न अराउंड व्यवस्था की गई है।


APSEZ वैश्विक बाजार और भूगोलिक ,राजनीतिक अस्थिरता के बावजूद बदलाव को स्वीकार कर वृद्धि की ओर अग्रसर होने की क्षमता रखता है।इस बेहतरीन कामगिरि के साथ भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर का अर्थ तंत्र बनाने की ओर ले जाने की चाबी है।