16 Jan. Vadodara: देश में 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस हर वर्ष हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है, लेकिन इस बार पहले से ही महामारी को लेकर अलर्ट सरकार अब किसान आंदोलन के उग्र होने की खबर मिलते ही और सतर्क हो गई है। ऐसे में इस साल की परेड में कई फेरफार देखने को मिल सकते हैं। सुरक्षा एजेंसियों को ऐसी सूचना मिली है कि, ‘कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर खड़े किसान गणतंत्र दिवस समारोह में व्यवधान उत्पन्न कर सकते हैं।’
25 जनवरी की रात को ही नई दिल्ली सील कर दी जाएगी
किसानों के आंदोलन की सूचना मिलते ही दिल्ली पुलिस अलर्ट मोड़ पर है। ऐसे में ये पहला मौका होगा जब नई दिल्ली जिले को 25 जनवरी की रात को ही सील कर दिया जाएगा। दिल्ली में जगह-जगह पैरा मिलिट्री फोर्स की तैनात करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
राजपथ पहुंच किसानों द्वारा नारेबाजी करने का हो सकता है कार्यक्रम
सिक्योरिटी एजेंसियों को खबर मिली है कि, कुछ प्रदर्शनकारी किसान गणतंत्र दिवस के मौके पर ट्रैक्टर लेकर दिल्ली कूच करने की कोशिश कर सकते हैं। पुलिस अन्नदाताओं को ट्रैक्टर लेकर दिल्ली की सीमाओं में प्रवेश करने की अनुमति नहीं देगी। ऐसे में किसान 10-10 की संख्या में प्रवेश कर सकते हैं। जब किसान एक निश्चित संख्या में राजपथ पहुंचेंगे तब वे अपने प्लान के अनुसार भारी संख्या में एकत्रित होकर राजपथ में नए कृषि कानूनों के खिलाफ नारेबाजी करेंगे।
आइडेंटिटी कार्ड दिखाने के बाद ही मिल सकेगा पास
किसान आंदोलन को देखते हुए नई दिल्ली की सीमाओं पर भी पास या फिर परिचय पत्र दिखाना ज़रूरी कर दिया गया है। आम जनता को पास देने से पहले उनसे आइडेंटिटी कार्ड मांगा जाएगा, उसके बाद ही पास दिया जाएगा। महामारी और किसान आंदोलन के बीच होने जा रही गणतंत्र दिवस की परेड के लिए दिल्ली पुलिस ने भी लगभग सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
26 जनवरी के दिन दिल्ली में 1 लाख ट्रैक्टर दाखिल होंगे
दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर किसानों के आंदोलन को आज 52 दिन पूरे हो चुके हैं। वहीं देश खाप के चौधरी सुरंद्र सिंह ने चेतावनी दे दी है कि, अगर सरकार उनकी मांगे नहीं मानेगी तो वो गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में 1 लाख ट्रैक्टरों को लेकर दाखिल होंगे और परेड करेंगे।
किसानों ने की ट्रैक्टर परेड की तैयारी शुरू
इस बार की परेड में सुरक्षा इस कारण से भी बढ़ा दी है, क्योंकि किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो पूरा देश इस वर्ष 26 जनवरी के दिन किसानों और जवानों को एक साथ देखेगा। ट्रैक्टर परेड की तैयारी शुरू हो चुकी है। वहीं किसान इसका ट्रेलर भी सरकार को पहले ही दिखा चुके है। खाप के किसानों का कहना है कि, ‘जितनी देर सरकार हमारी मांगे पूरी करने में लगाएगी, उतना ही नुकसान सरकार को झेलना होगा।’
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