इंडस्ट्री की सबसे बहुप्रतीक्षित थ्रिलर फिल्म – “द साबरमती रिपोर्ट” 15 नवंबर 2024 को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है। यह फिल्म 2002 के गोधरा ट्रेन जलने की सच्ची घटना पर आधारित है, जो भारत के इतिहास में एक अहम मोड़ साबित हुई थी। विक्रांत मैसी, जो अपनी बेहतरीन अभिनय की वजह से चर्चा में हैं, इस फिल्म में एक पत्रकार की भूमिका निभाते नजर आएंगे। फिल्म में उनके साथ राशी खन्ना और रिद्धि डोगरा जैसे शानदार कलाकार भी हैं।
एक जबरदस्त सच्चाई की खोज
फिल्म का नाम “द साबरमती रिपोर्ट” ही अपने आप में कहानी को बड़े पैमाने पर दर्शाने का वादा करता है। गोधरा कांड पर आधारित इस फिल्म का हर दृश्य आपको सोचने पर मजबूर करेगा कि किस तरह घटनाएं हमारे देश की राजनीति और समाज पर गहरा प्रभाव डाल सकती हैं। यह फिल्म न केवल एक अपराध थ्रिलर है, बल्कि यह एक सच्ची घटना को उस नजरिए से पेश करती है जिसे अक्सर नजरअंदाज किया जाता है। विक्रांत इस फिल्म में एक पत्रकार का किरदार निभा रहे हैं, जो इस जटिल घटना की तहकीकात करने के लिए कड़ी मेहनत करता है।
विक्रांत मैसी का बयान और विवाद
फिल्म की रिलीज से पहले विक्रांत मैसी ने एक विवादास्पद बयान दिया, जिसने मीडिया में तहलका मचाया। एक शो में उन्होंने कहा, “मैं बीजेपी का आलोचक था, लेकिन अब देशभर की यात्रा करने के बाद मुझे समझ में आया कि जो चीज़ें मुझे गलत लगती थीं, वो शायद उतनी गलत नहीं थीं। मुसलमानों को लेकर जो बातें की जाती हैं, वह केवल एक भ्रम है, कोई भी खतरे में नहीं है।” विक्रांत का यह बयान बहुत से लोगों के लिए चौंकाने वाला था, क्योंकि वह पहले तक मोदी सरकार के आलोचक थे, लेकिन अब उन्होंने अपने विचारों में बदलाव की बात की। इस बयान ने फिल्म और विक्रांत के चरित्र को लेकर कई सवाल खड़े किए हैं, जो चर्चा का विषय बन गए हैं।
कास्ट और प्रोडक्शन की टीम
द साबरमती रिपोर्ट की कास्ट में विक्रांत मैसी के साथ-साथ राशी खन्ना और रिद्धि डोगरा भी महत्वपूर्ण भूमिका में हैं। राशी खन्ना इस फिल्म में अमृता गिल के किरदार में दिखाई देंगी, जो एक पत्रकार के रूप में गोधरा कांड के दौरान के तथ्यों को उजागर करने की कोशिश करती हैं। रिद्धि डोगरा ने भी एक अहम भूमिका निभाई है, जबकि फिल्म में एक कैमियो रोल में बर्खा सिंह भी नजर आएंगी।
प्रोडक्शन के लिहाज से यह फिल्म Balaji Motion Pictures, Vipin Agnihotri Films, और Vikir Films Production के तले बनाई गई है। फिल्म का निर्देशन पहले रंजन चंदेल कर रहे थे, लेकिन बाद में इसका कार्यभार धीरज सरना को सौंपा गया।
कंट्रोवर्सी और सेंसर मुद्दे
फिल्म ने शुरुआत में सेंसर से जुड़े कई मुद्दों का सामना किया था। British Board of Film Certification (BBFC) ने फिल्म को कुछ कट्स और बदलावों के साथ U/A सर्टिफिकेट दिया। इसके बावजूद, फिल्म का अंतर्निहित उद्देश्य स्पष्ट है — सच्चाई को सामने लाना। विक्रांत और उनकी टीम ने साफ किया है कि यह फिल्म केवल तथ्यों पर आधारित होगी और किसी प्रकार की अफवाह फैलाने का प्रयास नहीं किया जाएगा।
फिल्म के ट्रेलर लॉन्च के दौरान विक्रांत ने यह भी खुलासा किया कि उन्हें फिल्म से जुड़े विवादों के कारण धमकियां मिली हैं। बावजूद इसके, वह इस चुनौती से डरने वाले नहीं हैं और फिल्म की पूरी टीम इस मुद्दे से निपटने के लिए तैयार है।
रिलीज़ और दर्शकों की उम्मीदें
द साबरमती रिपोर्ट की रिलीज को लेकर दर्शकों के बीच उत्साह है। यह फिल्म न सिर्फ एक ऐतिहासिक घटना पर आधारित है, बल्कि इसके माध्यम से हमें भारत के समाज और राजनीति के विभिन्न पहलुओं को समझने का मौका भी मिलता है। गोधरा कांड जैसी संवेदनशील घटना पर आधारित फिल्म, जो भारतीय राजनीति और समाज पर गहरा प्रभाव डालने वाली थी, दर्शकों को चौंका सकती है और उन्हें सोचने पर मजबूर कर सकती है।
फिल्म का प्रत्येक पहलू — विक्रांत मैसी की अभिनय क्षमता, विवादों के बावजूद इसकी प्रामाणिकता, और यह सच्ची घटना पर आधारित होने के कारण — इसे एक दिलचस्प और विचारशील फिल्म बनाता है। यह न केवल एक थ्रिलर के रूप में देखने योग्य है, बल्कि भारतीय समाज की जटिलताओं को समझने के लिए भी एक अहम कड़ी साबित हो सकती है।
फिल्म द साबरमती रिपोर्ट हमें यह सोचने का मौका देती है कि सत्य की खोज केवल एक तथ्य नहीं, बल्कि एक ऐसे सफर की शुरुआत है जो कहीं अधिक महत्वपूर्ण है।यह फिल्म भारत के सिनेमा के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है। क्या आप इसके साथ चलने के लिए तैयार हैं? 15 नवंबर को इसे सिनेमाघरों में जरूर देखें।
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