हैदराबाद में सड़क किनारे बिकने वाले मोमोस ने एक 33 वर्षीय महिला की जान ले ली, जबकि 20 अन्य लोग फूड पॉइजनिंग का शिकार हो गए। यह घटना 25 अक्टूबर को खैरताबाद में हुई, जब महिला और उसकी दो बेटियों ने मोमोस का सेवन किया। उनके पेट में दर्द और उल्टी की शिकायत के बाद महिला की रविवार को मौत हो गई, जबकि उसकी बेटियों का इलाज चल रहा है।
गंदगी में तैयार किए गए मोमोस
पुलिस ने बताया कि मोमोस बेचने वाले विक्रेताओं के पास खाद्य सुरक्षा लाइसेंस नहीं था, और वे गंदगी में खाना बनाते थे। मोमोस के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला मैदा बिना पैकिंग के एक टूटे हुए फ्रिज में रखा गया था, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है। इस मामले में पुलिस ने विक्रेताओं को हिरासत में लिया और गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है।
मोमोस खाने के दुष्प्रभाव
मोमोस, जो कि एक लोकप्रिय स्ट्रीट फूड है, बहुत से लोगों द्वारा पसंद किए जाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन्हें खाने के कुछ गंभीर दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं?
मोमोस से जुड़े खतरों की सूची:
रासायनिक सामग्री:
मोमोस बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला मैदा कई रासायनिक पदार्थों जैसे एज़ोडिकार्बोनामाइड, बेंजॉयल पेरोक्साइड, और अन्य ब्लीचिंग एजेंट्स से भरा होता है। ये रसायन पैंक्रियास और अन्य आंतरिक अंगों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं और मधुमेह जैसी समस्याओं का कारण बन सकते हैं।
अनहाइजीनिक सामग्री:
सस्ते स्ट्रीट फूड विक्रेताओं के मोमोस में अक्सर खराब गुणवत्ता की सब्जियां और मांस का इस्तेमाल होता है। कई बार ये सामग्री बिना ठीक से धोए या पके हुए होती है, जिससे बैक्टीरिया जैसे ई. कोली का संक्रमण हो सकता है।
फूड पॉइजनिंग:
अगर मोमोस गंदगी में बने होते हैं या उन्हें ठीक से स्टोर नहीं किया गया है, तो खाने के बाद फूड पॉइजनिंग का खतरा बढ़ जाता है। इसके लक्षणों में पेट में दर्द, उल्टी, दस्त और बुखार शामिल हो सकते हैं।
पाचन संबंधी समस्याएं:
मोमोस में उच्च मात्रा में कार्बोहाइड्रेट और फैट होते हैं, जो पाचन तंत्र पर भारी पड़ सकते हैं। इससे गैस, अपच और पेट में दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
मसालेदार चटनी का प्रभाव:
मोमोस के साथ दी जाने वाली चटनी अक्सर अत्यधिक मसालेदार होती है। अगर आप मसालेदार भोजन के आदी नहीं हैं, तो इससे आपके पेट में जलन, गैस और एसिडिटी हो सकती है।
अतिरिक्त वसा:
मोमोस में अक्सर ट्रांस फैट होते हैं, जो दिल की समस्याओं और मोटापे का कारण बन सकते हैं। यदि इन्हें नियमित रूप से खाया जाए, तो ये स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याएं पैदा कर सकते हैं।
MSG (मोनोसोडियम ग्लूटामेट):
कई विक्रेता मोमोस में MSG का उपयोग करते हैं, जो स्वाद बढ़ाने के लिए प्रयोग होता है। यह कुछ लोगों में सिरदर्द, मतली, और अन्य एलर्जी जैसे लक्षण पैदा कर सकता है।
आंतों में संक्रमण:
कच्ची या अंडरकुक्ड सब्जियों, विशेष रूप से पत्तागोभी में, टेपवॉर्म के बीजाणु हो सकते हैं। ये आपके शरीर में पहुंचकर गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न कर सकते हैं।
पोषण की कमी:
मोमोस में आवश्यक पोषक तत्वों की कमी होती है, जिससे अगर इन्हें नियमित रूप से खाया जाए तो यह शरीर में पोषण की कमी का कारण बन सकता है।
मोमोस का सेवन करना तब तक ठीक है जब तक आप उनकी गुणवत्ता और साफ-सफाई का ध्यान रखते हैं। हालांकि, इनके सेवन से होने वाले संभावित दुष्प्रभावों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। इसलिए, हमेशा सुनिश्चित करें कि आप मोमोस किसी भरोसेमंद और स्वच्छ स्थान से खरीदें। स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें और संतुलित आहार का पालन करें।
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