CATEGORIES

November 2024
M T W T F S S
 123
45678910
11121314151617
18192021222324
252627282930  
Sunday, November 24   12:29:33

“राहुल गांधी को पागलखाने भेजना चाहिए” – राम मंदिर पर बयान के बाद महंत का उग्र प्रहार

Rahul Gandhi: कांग्रेस नेता राहुल गांधी के राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा पर दिए बयान के बाद अयोध्या के महंत राजू दास ने उनके खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। महंत राजू दास ने राहुल गांधी के बयान को “मूर्खतापूर्ण” बताते हुए कहा, “राहुल गांधी ने राम मंदिर जैसे पवित्र स्थल को ‘डांस पार्टी’ कहकर भगवान राम और सनातन धर्म का अपमान किया है। कांग्रेस हमेशा से राम और सनातन के खिलाफ रही है, और यह बयान उसी मानसिकता का हिस्सा है।” महंत राजू दास ने आगे कहा, “राहुल गांधी पागल हो चुके हैं, उन्हें पागलखाने में भर्ती कराना चाहिए।”

महंत का कहना था कि लाखों रामभक्तों ने 500 वर्षों की लंबी लड़ाई में अपने प्राणों की आहुति दी और हर दिन इस मुद्दे पर सुनवाई होती रही। “राम मंदिर को डांस पार्टी कहना उनकी सबसे मूर्खतापूर्ण बात है।” महंत राजू दास ने आरोप लगाया कि कांग्रेस राम मंदिर के निर्माण को हजम नहीं कर पा रही और राहुल गांधी “जो मन में आता है, वह बोलते रहते हैं।”

मुख्य पुजारी का तंज और जनता की भावना

राम मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने राहुल गांधी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी तिन तैसी।” उनका कहना था कि कांग्रेस हमेशा से भगवान राम के अस्तित्व को नकारती आई है, इसलिए उनके नेता ऐसे बयान देंगे। “यदि राहुल जी इसे नौटंकी समझते हैं, तो उनकी सोच उसी दिशा में होगी। भक्तों के लिए यह प्राण प्रतिष्ठा का महत्वपूर्ण अवसर है, लेकिन राहुल गांधी की दृष्टि में यह ‘डांस पार्टी’ है।”

क्या राहुल गांधी की सोच विदेशी मानसिकता से प्रेरित है?

विश्व हिंदू परिषद के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के मीडिया इंचार्ज शरद शर्मा ने राहुल गांधी के बयान को विक्षिप्त मानसिकता का परिचायक बताया। उनका कहना था कि कांग्रेस पार्टी भगवान राम के अस्तित्व को नकारने वाली रही है और राहुल गांधी विदेशी मानसिकता से प्रभावित हैं। “उनका इलाज आगरा में होना चाहिए। समाज को ऐसे लोगों को दंड देना चाहिए जो हमारी सांस्कृतिक धरोहरों का अपमान करते हैं।”

मामला क्या है?
राहुल गांधी ने हाल ही में हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को ‘डांस पार्टी’ बताया था। उनके बयान में उन्होंने कहा, “वहां अंबानी और अडानी जैसे उद्योगपतियों को बुलाया गया, लेकिन एक किसान या मजदूर नहीं दिखा। नाच-गाना हो रहा था, प्रेस वाले हाय-हाय कर रहे थे।”

राहुल गांधी का यह बयान न केवल विवादास्पद है, बल्कि करोड़ों राम भक्तों की भावनाओं के प्रति असंवेदनशील भी। राम मंदिर का निर्माण एक लंबी और ऐतिहासिक लड़ाई का परिणाम है, जिसमें लाखों लोगों की आस्था जुड़ी है। उनके इस बयान से न केवल भक्त आहत हुए हैं, बल्कि यह राजनीतिक समझदारी की कमी को भी दर्शाता है। राम मंदिर को ‘नाच-गाना’ कहना उस आस्था और श्रद्धा का अपमान है जिसे देशभर के लोग जीते हैं।