गुजरात के गेम जोन में लगी भीषण हादसे में 30 लोगों की दर्दनाक मौत के बाद इस हादसे में सूरत के 5 साल पहले हुए तक्षशिला अग्निकांड की यादे ताजा कर दी। इस हादसे में आज तक इन पीड़ितो को न्याय नहीं मिल पाया है। इसमें 22 मासूम बच्चों की मौत हुई थी।
सूरत के तक्षशिला पीड़ितों को आज तक नहीं मिला न्याय
24 मई 2019 का वह दिन सूरत तो क्या पूरा गुजरात कभी नहीं भूल पाएगा जब तक्षशिला परिसर में पढ़ाई करने आए बच्चे आग की लपटों में घिर गए थे और अपनी जान बचाने के लिए बहु मंजिला इमारत से नीचे कूद पड़े थे। तक्षशिला अग्निकांड में 22 बच्चों की मौत हुई थी, उन बच्चों को आज तक गुजरात सरकार न्याय नहीं दे पाई है। राजकोट में घटी टीआरपी गेम जोन की घटना के बाद फिर एक बार तक्षशिला अग्निकांड में मारे गए 22 बच्चों के अभिभावक तक्षशिला परिसर में एकत्रित हुए और मृतकों को श्रद्धांजलि दी।
यहां इन अभिभावकों ने अपना दर्द मीडिया समक्ष फिर एक बार साझा करते हुए कहा कि तक्षशिला में मारे गए बच्चों को तो 5 साल में सरकार न्याय नहीं दे पाई है लेकिन राजकोट के मृतकों को न्याय देने के लिए पुलिस प्रशासन और सरकार द्वारा ठोस कार्यवाही की जाए ऐसी मांग इन पीड़ितों ने की है।
गुजरात मॉडल की दर्दनाक घटनाएं:-
●तक्षशिला कोचिंग हादसा : 22 बच्चों सहित 23 की मौत
●मोरबी ब्रिज हादसा: 55 बच्चों सहित 141 की मौत
●वडोदरा में हरणीबोट कांड: 13 बच्चों समेत 15 की मौत
●राजकोट गेमिंग जोन: 25 बच्चों समेत 30 की मौत।
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