वड़ोदरा के पेरेंट्स एसोसिएशन की प्रतिनिधि संस्था, वर्तमान में NCPCR ने आज प्रत्येक राज्य के मुख्य सचिव को संबोधित एक परिपत्र भेजा है। उस पत्र में उन्होनें गुजरात की सभी प्राइवेट स्कूलों में NCERT/SCERT की पुस्तकों का चलाना अनिवार्य करने का आवेदन किया है।
दरअसल प्राइवेट स्कूल कई बार NCERT या SCERT द्वारा प्रकाशित पाठ्यपुस्तकों की जगह प्राइवेट पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित पुस्तकों का वितरण करती है। और अपना खुदका सिलेबस चलाती है। निजी पब्लिकेशन की पुस्तकें काफी महंगी होती है जिसकी वजह से पेरेंट्स यह अफ़्फोर्ड नहीं कर सकते। इसलिए पेरेंट्स ने प्रत्येक राज्य के मुख्य सचिव को संबोधित एक परिपत्र भेजा है जिसमें उन्होनें सभी स्कूलों में NCERT/SCERT द्वारा प्रकाशित पाठ्यपुस्तकों का इस्तेमाल अनिवार्य करने एक आवेदन किया है।
उन्होनें परिपत्र में यह भी लिखा कि अगर कोई स्कूल ऐसा नहीं करती है तो उसके ऊपर किशोर न्याय अधिनियम 2015 के तहत आपराधिक कार्रवाई करने की भी मांग की गई है। इस पत्र के मुताबिक भारत के सभी बच्चों को समान शिक्षा और बोझ मुक्त शिक्षा का अधिकार है। ऐसे में अगर NCERT/SCERT की पुस्तकों का इस्तेमाल होगा तो यह उद्देश्य पूर्ण होने में आसानी होगी।
बता दीं कि वडोदरा पेरेंट्स एसोसिएशन ने आज मुख्य सचिव, गुजरात सरकार को संबोधित अपील पत्र जिला कलेक्टर को दिया है। NCERT/SCERT की पुस्तकों का इस्तेमाल करने के आवेदन के साथ साथ इस पत्र में मुख्य रूप से मांग की गई है कि इस सर्कुलर का उल्लंघन करने वाले निजी स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, साथ ही इस सर्कुलर की एक कॉपी राज्य सरकार की सभी शैक्षणिक वेबसाइटों, हर स्कूल के नोटिस बोर्ड और अभिभावकों तक अनिवार्य रूप से पहुंचाने की व्यवस्था करने का भी अनुरोध किया गया है।
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