राष्ट्रपति भवन का मुगल गार्डन अपनी सुंदरता के लिए देश विदेश में चर्चित है। इसे देखने के लिए हर साल लाखों पर्यटक आते हैं। लेकिन, मुगल गार्डन की सबसे बड़ी खासियत है यहां के गुलाब। यहां गुलाबों की 159 प्रजातियां मौजूद हैं। मुगल गार्डन दुनिया के तमाम मशहूर फूलों की खूबसूरती और खुशबू के लिए फेमस है। यह गार्डन देश के राष्ट्रपति भवन की आत्मा कहा जाता है। ऐसे में क्या आपके मन में सवाल नहीं उठता की ये फूल आते कहां से हैं।
मुगल गार्डन में लगे गुलाब पश्चिम बंगाल की जकपुर गांव की एक नर्सरी से मंगवाए जाते हैं। यह नर्सरी पूरी दुनिया में लोकप्रिय है। पुष्पांजलि रोज़ नर्सरी जकपुर, खड़गपुर के पास, मिदनापुर पश्चिम में मौजूद है। यह नर्सरी कुल 20 एकड़ की भूमि में फैली हुई है। इस नर्सरी के मालिक दो भाई हैं जिनमें एक हैं परमवीर और दूसरे अशोक मैती। दोनों भाई इस नर्सरी में 3 हजार से भी ज्यादा गुलाब की प्रजाति विकसित करते हैं।
दोनों भाईयों को इस आर्ट के लिए इंडियन रोज फ्रेजरेशन द्वारा गोल्ड मेडल भी मिल चुका है। इस नर्सरी के गुलाब देश ही नहीं विदेशों में भी भेजे जाते हैं। थाईलेंड, मालद्वीप, मलेशिया, मोरिशियस, स्वीडर्न, सहित 10 से ज्यादा देशों में यहां के गुलाबों की काफी डिमांड है।
पुष्पांजली नर्सरी अपने रोज (गुलाबों) के लिए देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी फेमस हैं। यहां सारे पौधे होलसेल रेट पर मिलते हैं। इतना ही नहीं देश-विदेश से एग्रीकल्चर के लिए रिसर्च कर रहे लोग भी यहां सर्वे करने के लिए आते हैं। इसके अलावा यहां की टीम द्वारा समृद्ध उद्यान बनाने और बनाए रखने में मदद के लिए प्रेरित भी किया जता है।
गुलाब के अलावा आपको यहां फल, औषधि, इंडोर, आउटडोर, जलीय पौधों और कई प्रकार के फूलों की श्रृंखलाएं यहां देखने को मिल जाएगी। इनकी ऑनलाइन वेबसाइट भी है जहां से आप कोई भी पौधा ऑनलाइन ओडर कर अपने घर मंगवा सकते हैं। यहां की कुशल और अनुभवी टीम प्रतिष्ठित ग्राहकों को उनकी आवश्यकताओं के अनुसार और किफायती दरों पर पौधों और पौधों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करने में मदद करती है।
More Stories
महाराष्ट्र कैश कांड: BJP नेता विनोद तावड़े का कांग्रेस नेताओं पर 100 करोड़ का मानहानि दावा
बेंगलुरु टेक समिट 2024: भारत ने दुनिया को दिखाया टेक्नोलॉजी का नया भविष्य
Maharashtra Assembly Election Result 2024: सीएम की कुर्सी एक दावेदार अनेक, गठबंधन की राजनीति में बढ़ते मतभेद