27-06-2023, Tuesday
आने वाली पीढ़ियों को क्या सिखाना चाहते हैं : हाईकोर्ट
रामायण-कुरान जैसे धार्मिक ग्रंथों को तो बख्शिए : कोर्ट
फिल्म आदिपुरुष पर रोक की मांग वाली याचिका पर इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में सुनवाई हुई। वकील कुलदीप तिवारी की याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने सेंसर बोर्ड और फिल्म के निर्माता-निर्देशक को फटकार लगाई। कोर्ट ने कहा- रामायण-कुरान, गुरु ग्रन्थ साहिब और गीता जैसे पवित्र ग्रंथों को तो बख्श दीजिए। बाकी जो करते हैं वो तो कर ही रहे हैं।लखनऊ बेंच में सेंसर बोर्ड की तरफ से वकील अश्विनी सिंह पेश हुए। कोर्ट ने पूछा- क्या करता रहता है सेंसर बोर्ड? सिनेमा समाज का दर्पण होता है। आने वाली पीढ़ियों को क्या सिखाना चाहते हो? क्या सेंसर बोर्ड अपनी जिम्मेदारियों को नहीं समझता है? अब मामले की अगली सुनवाई मंगलवार 27 जून को होगी।
More Stories
पंजाब के पूर्व डिप्टी CM सुखबीर बादल पर फायरिंग ,सुरक्षाकर्मियों की सतर्कता से बची जान
विनम्रता कितनी जरूरी? करीना कपूर controversy और दिलीप कुमार की सीख
संसद का शीतकालीन सत्र: हंगामे की भेंट चढ़ रही कार्यवाही, विपक्ष का प्रदर्शन जारी