सामान्य धारणा है कि महिलाएं अक्सर अपने स्वास्थ्य को लेकर बहुत लापरवाह रहती हैं। यह बात काफी हद तक सही भी है। खाने-पीने की आदतों में लापरवाही और पति, बच्चों, तथा घर के कामों में व्यस्त रहने के कारण वे शायद ही अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देती हैं। इसी वजह से हमारे देश में महिलाएं या तो मोटापे से परेशान होती हैं या फिर खून की कमी से ग्रस्त होती हैं।
कई महिलाएं अपने समय का बड़ा हिस्सा नहाने-धोने, खाने-पीने और सजने-संवरने में या टीवी देखने में बर्बाद कर देती हैं। पड़ोसिन के साथ बैठकर गपशप करने या बाजार में घूमने के बाद उनका दिन खत्म हो जाता है। वहीं, कुछ महिलाएं सुबह देर से उठती हैं, और फिर दिनभर चाय-नाश्ता, बच्चों को स्कूल भेजना, खाना बनाना, पति को खाना खिलाकर ऑफिस भेजना, नहाना-धोना, खाना खाना, और घर की सफाई जैसे कामों में व्यस्त रहती हैं। अगर वह कामकाजी महिला हैं, तो ऑफिस के बाद शाम के घरेलू काम निपटाते-निपटाते थककर चूर हो जाती हैं और फिर सोने के अलावा उन्हें कुछ और सूझता ही नहीं।
मौका न चूकें
सर्दियों की गुलाबी ठंड शुरू हो गई है। कहा जाता है कि स्वास्थ्य सुधारने के लिए सर्दी सबसे अच्छी ऋतु है। इस अवसर को गंवाना नहीं चाहिए। बस, आज से ही अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देना शुरू करें। इसके लिए केवल दृढ़ निश्चय और सतर्कता की जरूरत है। अन्य कामों के बीच से भी स्वास्थ्य के लिए समय निकालना जरूरी है।
यहाँ बताए गए कुछ उपाय अपनाएं और देखें कि सर्दी आपके स्वास्थ्य पर जादुई असर कैसे करती है।
खाने-पीने में संयम रखें
दूसरी ऋतुओं की तुलना में सर्दी में भूख ज्यादा लगती है। तली-भुनी चीजें भी आसानी से पच जाती हैं, इसलिए बार-बार इन्हें खाने का मन करता है। यह दुबले-पतले लोगों के लिए तो वरदान साबित हो सकता है, लेकिन मोटे लोगों के लिए वजन बढ़ने का कारण बन सकता है। इसलिए सर्दी में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं, यह अपने शरीर के प्रकार और आवश्यकता के अनुसार तय करें। अगर संभव हो तो डॉक्टर की सलाह लें।
खाने में संतुलन जरूरी है। मोटे शरीर वाले लोग तली-भुनी चीजें कम खाएं, जबकि कमजोर या खून की कमी से ग्रस्त लोग फलों, सब्जियों, सूखे मेवों, मिठाई और घी-तेल वाली चीजों का सेवन कर सकते हैं। दिन में दो बार भरपेट खाने की बजाय थोड़े-थोड़े समय के अंतराल पर संतुलित आहार लें।
संतुलित आहार का महत्व
कई महिलाएं संतुलित आहार का नाम सुनते ही डर जाती हैं। उन्हें लगता है कि संतुलित आहार मतलब उबला और बेस्वाद खाना, लेकिन ऐसा नहीं है। संतुलित आहार का मतलब है कि खाने में दाल, चावल, सब्जियां, दही, सलाद, फल, मांस आदि का सही मात्रा में सेवन है। शरीर को जरूरी विटामिन, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, खनिज और वसा संतुलित रूप से मिलना चाहिए।
व्यायाम को जीवन का हिस्सा बनाएं
खाने-पीने के साथ-साथ व्यायाम भी बहुत जरूरी है। अधिकतर महिलाएं मानती हैं कि व्यायाम केवल मोटापा कम करने के लिए किया जाता है। लेकिन यह गलत धारणा है। व्यायाम शरीर में चुस्ती और स्फूर्ति लाता है, साथ ही नई ऊर्जा प्रदान करता है। आप दुबले हों या मोटे, स्वस्थ रहने के लिए व्यायाम आवश्यक है।
सर्दियों में व्यायाम का लाभ
गर्मी और बारिश में थोड़ी भी कसरत करने पर पसीना आ जाता है और थकावट हो जाती है, लेकिन सर्दियों में लंबे समय तक लगातार व्यायाम करना संभव है। इस मौसम में नियमित रूप से व्यायाम के लिए थोड़ा समय जरूर निकालें और अपना स्वास्थ्य सुधारे।
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