CATEGORIES

May 2024
MTWTFSS
 12345
6789101112
13141516171819
20212223242526
2728293031 
May 13, 2024

कभी था देश का यूनिकॉर्न स्टार्टअप, अब रास्ते पर आई ये कंपनी

दुनिया की सबसे बड़ी एडुटेक सेगमेंट की पहली यूनिकॉर्न कंपनी Byju’s अब खतरे में आ गई है। रिपोर्ट्स के अनुसार हालही में Byju’s ने अपने कर्मचारियों को बेंगलुरू स्थित सबसे बड़े ऑफिस को खाली करने का निर्देश दिया है। ये चर्चाएं ऐसे वक्त में सामने आई है जब कंपनी कर्मचारियों के पीएफ का भुगतान करने में असफल रही। एक वक्त में फोर्ब्स की लिस्ट में शामिल Byju’s को अब कर्मचारियों की सैलरी देने के लिए अपनी सारी प्रॉपर्टी और Byju’s के शेयर्स को गिरवी रखना पड़ रहा है।Byju’s का ये हाल शायद किसी ने पहले कभी नहीं सोचा होगा। क्या आपको बता है कि एक यूनिकॉर्न कंपनी का ये हाल कैसे हुआ-

अर्श से फर्श तक की दास्तान

Byju’s की पेरेंट कंपनी Think and Learn की शुरुआत 2011 में बायजू  रवींद्रन और उनकी पत्नी दिव्या गोकुलनाथ ने साथ में मिलकर की थी। इसमें पहले वे बच्चों को ऑनलाइन वीडियो बेस्ड कोचिंग पढ़ाया करते थे। इसके बाद देश के स्टार्टअप बूम में 2015 में इस कंपनी का एक ऐप बनाया जिसे आज हम Byju’s के नाम से जानते हैं।

साल 2018 तक ये कंपनी देश की पहली एडुटेक कंपनी के रूप में सामने आई थी। इसके बाद आया लॉकडाउन का वो दौर जब पूरा देश घर पर बैठकर इस बीमारी से लड़ रहा था। यहीं लॉकडाउन Byju’s के लिए वरदान बन गया, लेकिन जैसे ही लॉकडाउन के बाद स्कूल खूले तो इस बड़े पेड़ से सारे पत्ते झड़ने लगे।

Byju’s दूसरे स्टार्टअप के जैसे ही वेंचर फंडेड थी। इसके पास अपना किसी प्रकार का भी फंड नहीं था। कोविड काल में कंपनी को अपनी हाईप पर पहुंचा दिया लेकिन, इसके बाद ये कंपनी आढ़े मुह गिर गई। इसके बाद एक के बाद एक कई अधिग्रहण होते चले गए। इसमें 30 करोड़ डॉलर का व्हाइटहैट यूनियर सौदा खूब चर्चा में आया, लेकिन सबसे बड़ा अधिग्रहण ‘आकाश एजुकेशनल सर्विसेस’ रहा।

देश में ‘आकाश एजुकेशनल’ 12वीं के बाद होने वाले पीएमटी और आईआईटी की तैयारियों के लिए जाना जाता है। 2021 में Byju’s ने 95 करोड़ डॉलर में इसका अधिग्रहण किया। इसके बाद से Byju’s की तकलीफे बढ़ती गई।

सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि बेंगलुरु में Byju’s  रवींद्रन के परिवार के स्वामित्व वाले दो घर और एप्सिलॉन में उनका निर्माणाधीन विला है, जिसे उन्होंने लगभग 12 मिलियन डॉलर उधार लेने के लिए गिरवी रख दिया है। इससे मिली रकम का उपयोग वे एडटेक कंपनी ने पैरेंट कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट में 15000 कर्मचारियों को वेतन देने के लिए किया है। हालांकि फिलहाल इस मामले में Byju’s का किसी भी प्रकार का बयान सामने नहीं आया है।

Byju’s पर जारी आर्थिक संकट

इसे ऐसे समझ सकते हैं कि एडटेक स्टार्टअप पर लगभग 800 मिलियन डॉलर का लोन है और हाल ही में Byju’s 1.5 अरब डॉलर के टर्म लोन का ब्याज चुकाने में भी सफल नहीं रहा, जिससे उसे कानूनी लड़ाई लड़नी पड़ रही है। कंपनी में चल रही उथल-पुथल और आर्थिक संकट के कारण एक ओर Byju’s के वैल्यूएशन पर असर पड़ रहा है, तो वहीं दूसरी ओर कर्मचारियों के सामने भी सैलरी संकट मंडरा रहा है।