दिल्ली के शाहदरा जिले के फरश बाजार इलाके में शनिवार सुबह एक खौ़फनाक घटना घटी, जब दो बाइक सवार अपराधियों ने 57 वर्षीय व्यापारी, सुनील जैन, की गोली मारकर हत्या कर दी। यह घटना उस समय हुई जब सुनील अपने दोस्त के साथ यमुनापार के यमुनापार स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स से सुबह की सैर करके स्कूटर से घर लौट रहे थे।
पुलिस के अनुसार, हमलावरों ने सुनील पर करीब सात से आठ गोलियां चलाईं। सुनील का परिवार यह दावा कर रहा है कि उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी, और वह एक साधारण व्यापारी थे, जो कृष्णा नगर में रहते थे और बर्तन का व्यापार करते थे। इस घटना को लेकर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है, लेकिन हमलावर फिलहाल फरार हैं।घटना के समय सुनील के साथ उनके दोस्त भी मौजूद थे, जिन्होंने पुलिस को बताया कि हमलावरों ने पहले उन्हें यह कहा कि उनका फोन गिरा है और फिर उनका नाम पूछा। इसके बाद, एक हमलावर ने सुनील पर गोली चला दी। सुनील ने उनसे गोली न चलाने की विनती की, लेकिन हमलावरों ने उसकी एक न सुनी और उसे मौत के घाट उतार दिया। यह सब कुछ दो से तीन मिनट में हुआ और हमलावर मास्क पहने हुए थे।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है, लेकिन वे अभी भी फरार हैं। घटना की गंभीरता को देखते हुए डीसीपी शाहदरा ने कहा कि क्राइम टीम मौके पर पहुंच चुकी है और मामले की जांच जारी है।इस घटना के साथ-साथ दिल्ली के गोविंदपुरी इलाके में एक और खौ़फनाक घटना घटी, जब पड़ोसियों के बीच शौचालय को लेकर विवाद हुआ और एक व्यक्ति ने चाकू से हमला कर तीन लोगों को घायल कर दिया, जिसमें से एक की मौत हो गई।
इन दोनों घटनाओं ने दिल्ली के कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या अपराधी अब बेखौफ हो चुके हैं? यह सवाल अब हर नागरिक के दिमाग में है।दिल्ली में बढ़ते अपराधों को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) ने भी केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा शासन में अपराधी पूरी तरह से निडर हो गए हैं। पार्टी ने आरोप लगाया कि दिल्ली की कानून-व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से बिगड़ चुकी है।
क्या दिल्ली में अपराधियों का मनोबल बढ़ रहा है?
इन घटनाओं से यह साफ जाहिर होता है कि दिल्ली में अपराधियों का मनोबल लगातार बढ़ रहा है। सरकार चाहे जो भी दावे करे, लेकिन सड़कों पर बढ़ते अपराध और कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल खड़े होते हैं। सुनील जैन जैसे व्यापारी, जो रोज़ सुबह की सैर पर जाते हैं, सुरक्षित नहीं रह सकते, तो आम आदमी की क्या स्थिति होगी? दिल्ली में बढ़ते अपराधों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है ताकि लोग अपनी जिंदगी को बिना डर के जी सकें।
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