Agneepath Scheme : हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर एक फर्जी व्हाट्सएप मैसेज वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया गया है कि अग्निपथ योजना को ‘सैनिक सम्मान योजना’ के नाम से फिर से शुरू किया जा रहा है। इस मैसेज में कहा गया है कि योजना में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं, जिसमें ड्यूटी पीरियड को 7 साल तक बढ़ाना, 60% स्थायी कर्मचारियों का प्रावधान और आय में वृद्धि शामिल है।
यह मैसेज तेजी से फैलते हुए लोगों के बीच भ्रम की स्थिति पैदा कर रहा है। केंद्र सरकार ने इस फर्जी मैसेज पर सफाई देते हुए इसे पूरी तरह से निराधार और गलत बताया है। सरकारी सूत्रों के अनुसार, अग्निपथ योजना में कोई बदलाव नहीं किए गए हैं और न ही इसे किसी नए नाम से फिर से शुरू किया जा रहा है।
सरकारी बयान
केंद्र सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “अग्निपथ योजना के संबंध में जो भी बातें इस मैसेज में कही जा रही हैं, वे सभी गलत हैं। योजना में कोई बदलाव नहीं किए गए हैं और न ही इसे बंद किया गया है। यह योजना अपने मूल स्वरूप में ही जारी है।”
आपको बता दें कि अग्निपथ योजना भारतीय सशस्त्र बलों में युवाओं की भर्ती के लिए शुरू की गई एक प्रमुख योजना है। इसके अंतर्गत, चयनित युवाओं को चार साल की सेवा के लिए भर्ती किया जाता है। इस योजना का उद्देश्य युवाओं को देश सेवा का मौका देना और उन्हें प्रशिक्षित करना है, ताकि वे भविष्य में अपने कौशल का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में कर सकें।
सोशल मीडिया पर इस तरह के फर्जी मैसेज को लेकर सरकार ने जनता से अपील की है कि वे किसी भी जानकारी को सत्यापित किए बिना उस पर विश्वास न करें और न ही उसे आगे फैलाएं। इसके अलावा, सरकारी अधिकारियों ने यह भी कहा कि ऐसी किसी भी अफवाह की पुष्टि करने के लिए लोग आधिकारिक स्रोतों और वेबसाइट्स की जांच करें।
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फर्जी व्हाट्सएप मैसेज ने लोगों के बीच भ्रम की स्थिति पैदा कर दी है, लेकिन केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि अग्निपथ योजना में कोई बदलाव नहीं किए गए हैं। जनता से अपील की जाती है कि वे सोशल मीडिया पर वायरल हो रही अफवाहों पर ध्यान न दें और सटीक जानकारी के लिए सरकारी सूत्रों पर भरोसा करें।
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