सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप की फोटो तेजी से वायरल हो रही है। इन तस्वीरों में पीएम वहां की खूबसूरती और नजारों का लुफ्ट उठाते नजर आ रहे हैं। उनकी ये तस्वीरें बॉलीवुड सितारों से लेकर खेल जगह के कई नामी ग्राफी हस्तियों ने शेयर भी की। लेकिन, इस दौरे के बाद कुछ ऐसा हुआ जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। पीएम के दौरे के बाद हजारो किलोमीटर दूर मालदीव को ऐसी चिड़ हुई की वहां के नेताओं और मंत्रियों ने कटाक्ष करना शुरू कर दिया। अब दोनों की तनातनी में बीच इजराइल भी कूद गया है। लक्षद्वीप में पर्यटन के संभावनाओं के बीच इजराइल यहां बड़ा काम करने जा रहा है।
भारत बनाम मालदीव का पूरा मामला
दरअसल पीएम मोदी ने लक्षद्वीप की यात्रा के वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर शेयर की थी। जिसके बाद वहां का खूबसूरत नजारा देखने के बाद लोग लक्षद्वीप की तुलना मालदीव से करने लगे। सचिन तेंदुलकर, अक्षय कुमार, सलमान खान जैसे कई दिग्गजों ने पीएम की फोटो शेयर की, लेकिन मालदीव के कुछ नेताओं को ये बात पची नहीं और उन्होंने पीएम के खिलाफ कमेंट करना शुरू कर दिया।
मालदीव के एक मंत्री ने कमेंट कर लिखा कि भारत उनके जैसे सफाई नहीं रख पाएगा और बदबू को कैसे दूर करेगा। इसके साथ ही वहां के नेता और मंत्री आपत्तिजनक पोस्ट कर मालदीव को बेहतर बताने में लगे रहे। इसके बाद सोशल मीडिया पर #Boycott Maldives और #ExploreIndianIsland की बाढ़ आ गई। इन टिप्पणियों के बाद भारत में भी कुछ आम यूजर्स और सेलिब्रिटीज विवाद में कूद पड़े और उन्होंने मालदीव के बहिष्कार का नारा दे दिया. इतना ही नहीं ट्रैवल कंपनी ‘इजी माई ट्रिप’ ने तो मालदीव की बुकिंग ही कैंसिल कर दी.
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, जिस प्रकार से बायकॉट अभियान चल रहा है, उसे देखते हुए भारत में टूर ऑपरेटर्स मालदीव में छुट्टियां कैंसिल होने के बाद पड़ने वाले प्रभाव के लिए तैयारी कर रहे हैं. उनका कहना है कि इस द्वीपीय देश में घूमने के लिए लोगों के जरिए कोई नई पूछताछ नहीं हो रही है. ‘इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स’ ने अनुमान जताया है कि हालिया घटनाओं के नतीजे और बायकॉट का असर अगले 20 से 25 दिनों में दिखने लगेगा।
हालांकि मालदीव सरकार ने मामले को ठंडा करने के लिए आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले मंत्रियों को निलंबित कर दिया और कहा कि इस तरह के बयानों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, लेकिन सोमवार को भारतीय विदेश मंत्रालय ने भारत में मालदीव के हाई कमिश्नर इब्राहिम शाहिब को बुला कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सोशल मीडिया में आपत्तिजनक टिप्पणी पर गंभीर चिंता जताई।
मालदीव और भारत में तनातनी के बीच इजरायल ने एक बड़ा ऐलान किया है। भारत में इजरायली दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट किया है। इसमें कहा गया कि लक्षद्वीप को टूरिस्ट डेस्टिनेशन के तौर पर विकसित करने के प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए वो तैयार है। इसके लिए वो सालभर पहले भी लक्षद्वीप विजिट कर चुका है। यह कह सकते हैं कि लक्षद्वीप की तस्वीरें भले ही अभी आई हों, लेकिन इसे दुनिया के बेहतरीन द्वीप के तौर पर स्थापित करने की सेंटर की कोशिशें पहले से चल रही होंगी।
लक्षद्वीप को मिलेगा डिसेलिनेशन प्रोजेक्ट की सौगात
इसराइली दूतावास ने ट्वीट करके बताया था कि वो लक्षद्वीप में डिसेलिनेशन प्रोजेक्ट शुरू करने जा रहा है। आसान शब्दों में कहें तो ये डिसेलिनेशन प्रोजेक्ट असल में खारे पानी से नमक और खनिज निकालने की एक प्रक्रिया है जिससे उस पानी का इस्तेमाल पीने के लिए और बाकी कामों में किया जा सके।
दुनियाभर में साफ़ पानी के बहुत कमी है। संयुक्त राष्ट्र के एक आंकड़े के मुताबिक़ दुनियाभर में दो अरब से ज़्यादा लोगों के पास साफ़ पीने का पानी तक नहीं है।
समुद्र के पानी का सीधे तौर पर इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है क्योंकि इसमें नमक की सघनता 35,000 पीपीएम (पार्ट्स पर मिलियन) होती है और डिसेलिनेशन प्रक्रिया से इसे 10 पीपीएम पर लाया जा सकता है और इस पानी को पीने के लिए सही माना जाता है।
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