Khan Sir : बिहार में बीपीएससी की 70वीं संयुक्त प्राथमिक परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन के मुद्दे पर छात्रों के प्रदर्शन ने नया मोड़ ले लिया जब लोकप्रिय शिक्षक खान सर को लेकर अफवाहें फैलने लगीं। शुक्रवार को सोशल मीडिया पर यह खबर जंगल की आग की तरह फैली कि खान सर को पटना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, पटना पुलिस ने इन खबरों का सख्ती से खंडन किया और पूरी घटना की सच्चाई सामने लाई।
डीएसपी अनु कुमारी के अनुसार, खान सर खुद गर्दनीबाग थाने पहुंचे थे, जहां उन्होंने प्रदर्शनकारी छात्रों की स्थिति पर चर्चा की। उन्होंने वहां मौजूद मजिस्ट्रेट से मुलाकात की और आश्वासन दिया कि वे छात्रों को समझाएंगे जिससे प्रदर्शन का शांतिपूर्ण समाधान निकले। इसके बाद खान सर ने पुलिस से आग्रह किया कि उन्हें उनकी गाड़ी तक सुरक्षित पहुंचाया जाए। पुलिस ने उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए उन्हें अटल पथ के पास उनकी गाड़ी तक छोड़ा।
सोशल मीडिया पर अफवाहों की बाढ़
शनिवार सुबह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पहले ट्विटर) पर ‘खान ग्लोबल स्टडीज’ नामक एक हैंडल से पोस्ट किया गया, जिसमें दावा किया गया कि खान सर को हिरासत में लिया गया है। यह खबर तेजी से वायरल हो गई और छात्रों में गुस्सा भड़क उठा।
डीएसपी ने इस खबर को पूरी तरह भ्रामक और तथ्यहीन बताते हुए कहा कि ऐसी पोस्ट का मकसद सिर्फ छात्रों को उकसाना और स्थिति को खराब करना है। पटना पुलिस ने स्पष्ट किया कि खान सर को न तो गिरफ्तार किया गया और न ही हिरासत में लिया गया। पुलिस ने प्रदर्शन के दौरान छात्रों की सुरक्षा और शांति बनाए रखने में सक्रिय भूमिका निभाई।
डीएसपी ने चेतावनी दी है कि सोशल मीडिया पर भड़काऊ और तथ्यहीन पोस्ट करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ऐसे पोस्ट करने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जा रही है। उन्होंने प्रदर्शनकारी छात्रों और आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें।
छात्रों के साथ खान सर का समर्थन जारी
खान सर ने प्रदर्शनकारी छात्रों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उनका कहना है कि उनकी पूरी कोशिश है कि छात्रों की समस्याओं का समाधान निकले, लेकिन इसके लिए हिंसा या अव्यवस्था का सहारा लेना सही नहीं है।
हमारी जिम्मेदारी: भ्रामक खबरों से बचें
यह घटना एक बार फिर से इस बात की ओर इशारा करती है कि सोशल मीडिया पर बिना जांचे-परखे किसी भी खबर को सच मानना खतरनाक हो सकता है। ऐसी अफवाहें सिर्फ तनाव बढ़ाती हैं और स्थिति को और जटिल बना सकती हैं।
अगली बार जब आप सोशल मीडिया पर कोई खबर देखें, तो उसे साझा करने से पहले उसकी सत्यता की पुष्टि जरूर करें। जागरूक नागरिक बनें और अफवाहों से दूर रहें।
आपकी राय इस मुद्दे पर क्या है? हमें कमेंट्स में जरूर बताएं!
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