2,000 से अधिक अधिकारी और 5000 से ज्यादा बिन अधिकृत मामलों के साथ, गुजरात MUCORMYCOSIS या काले फंगस के हॉटस्पॉट के रूप में उभरा है। जिसने अब तक राज्य में 250 से अधिक लोगों की जान ले ली है।
केंद्र के अनुसार, गुजरात में 2,281 ब्लैक फंगस के आधिकारिक मरीज है। जो की देश के किसी भी राज्य से सबसे अधिक है।मामलों के बढ़ने के बाद, गुजरात सरकार ने गुरुवार को महामारी रोग अधिनियम, 1857 के प्रावधान के तहत इस फंगल संक्रमण को जिसकी वजह से राज्य में सबसे उच्च मृत्यु दर है, उसे एक “महामारी” घोषित कर दीया था।
गुजरात राज्य में ब्लैक फंगस के सबसे ज्यादा मामले अब तक अहमदाबाद,राजकोट और सूरत में रिपोर्ट किए गए हैं। राज्य सरकार ने मामलों से निपटने के लिए अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा और राजकोट के सिविल अस्पतालों में विशेष वार्ड भी बनाए हैं। इस बीमारी के इलाज में इस्तेमाल होने वाले एंफोटेरेसिन-बी इंजेक्शन फिलहाल राज्य सरकार के लिए सिरदर्द बने हुए हैं। जिस में सहायता करते हुए केंद्र सरकार ने गुजरात सरकार को मरीजों के इलाज के लिए इंजेक्शन मुहैया कराए हैं।
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