Ambaji: शक्तिपीठ अंबाजी के दर्शन करने के इच्छुक श्रद्धालुओं के लिए अच्छी खबर है। अब अहमदाबाद से 173 किलोमीटर दूर अंबाजी तक ट्रेन से पहुंचा जा सकेगा है। अहमदाबाद-अंबाजी को रेल नेटवर्क से जोड़ने और शक्तिपीठ अम्बाजी में रेलवे स्टेशन बनाने का काम अभी चल रहा है। संभावना है कि 2027 में गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अहमदाबाद और अंबाजी के बीच ट्रेन चलने लगेगी।
वर्तमान में अहमदाबाद से अम्बाजी जाने के लिए महज सड़क मार्ग का विकल्प उपलब्ध है। अहमदाबाद-अंबाजी के बीच ट्रेन चलाने के लिए इन दिनों मेहसाणा के पास तरंगा से अंबाजी से आबू रोड तक करीब 116 किमी लंबी नई रेलवे लाइन बिछाने का काम चल रहा है। इस रेलवे लाइन के शुरू होने से लोग अहमदाबाद और दिल्ली से अंबाजी तक सीधे ट्रेन से यात्रा कर सकेंगे। यह रेलवे लाइन 6 नदियों, 60 गांवों के बीच से गुजरेगी। चार चरणों में पूरी होने वाली इस परियोजना से गुजरात के 3 जिलों के 104 गांवों को फायदा होगा।
गुजरात के 3 जिलों के 104 गांवों को मिलेगा फायदा
यह रेलवे लाइन राजस्थान के मेहसाणा, बनासकांठा, साबरकांठा और सिरोही से होकर गुजरेगी। न्यू तरंगा हिल, सतलासाना, मुमनावास, महुदी, दलपुरा, रूपपुरा, हदद पर करीब 15 स्टेशन बनाए जाएंगे। अम्बाजी रेलवे स्टेशन का निर्माण भी शुरू कर दिया गया है। मंदिर के पास चिकला गांव क्षेत्र में पर्वत श्रृंखला और लगभग 400 पेड़ों को काटकर अंबाजी स्टेशन का प्लेटफॉर्म और स्टेशन भवन तैयार किया जाएगा।
स्टेशन के भीतर ही होटल सहित सुविधाएं
मंदिर से लगभग 3.5 किमी की दूरी पर लगभग 175 करोड़ की लागत से दो मंजिला अंबाजी रेलवे स्टेशन की इमारत और 7 मंजिला और 100 कमरों वाला बजट होटल डिजाइन किया गया है, जिसमें हवाई अड्डे जैसी सुविधाएं और थीम पर आधारित है। अम्बाजी शक्तिपीठ स्टेशन भवन में 51 शक्तिपीठों के प्रतीक 51 शिखर तैयार किये जायेंगे। अंबाजी स्टेशन पर तैयार होने वाले तीन प्लेटफॉर्म पर जाने के लिए सबवे भी तैयार किया जाएगा।
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