गुजरात के सूरत में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को निर्विरोध विजेता घोषित करने पर सूरत के मतदाताओं में आक्रोश देखने मिल रहा है।
गुजरात के सूरत में लोकतंत्र पर सवाल खड़ा करता हुआ ड्रामा पिछले दो-तीन दिनों में खेला गया, जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे सभी आठ लोगों ने अपने नामांकन वापस ले लिए और बैठक को निर्विरोध घोषित कर दिया गया, जिस पर सूरत के युवा मतदाताओं में काफी उदासीनता का माहौल है। सूरत में मतदान कैंसिल होने पर युवाओं में नाराजगी देखने मिल रही है और युवाओं ने इसे सीधा-सीधा लोकतंत्र की हत्या करार दिया है।
वहीं कांग्रेस की ओर से दावेदारी कर रहे हैं नीलेश कुम्भानी के संपर्क से बाहर होने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भी आक्रोश का माहौल है। हाथों में बैनर पोस्टर के साथ कांग्रेस के कार्यकर्ता निलेश कुंभानी के घर पहुंचे और जनता का गद्दार और लोकतंत्र का हत्यारा जैसे बैनर के साथ विरोध प्रदर्शन किया। निलेश कुंभानी के सरथाना स्थित उनके घर पर ताले लगे हुए हैं और वह परिवार के साथ गायब है।
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