छत्तीसगढ़: राज्य के नायारणपुर से एक बार फिर लाल आतंक की खबरें सामने आई है। यहां पुलिस मुठभेड़ के दौरान वर्दी धारी नक्सली ढेर हो गए।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि नारायणपुर, दंतेवाड़ा और कोंडागांव की अंतर-जिला सीमा पर जिला रिजर्व समूह (डीआरजी) के जवानों के साथ मुठभेड़ में कम से कम 7 नक्सलियों मारे गए। नारायणपुर के पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने बताया, “हथियार बरामद कर लिए गए हैं। अभियान जारी है।” उन्होंने बताया कि मुठभेड़ स्थल से नक्सलियों के 7 शव बरामद किए गए हैं।
पुलिस ने बताया कि नारायणपुर, कोंडागांव, दंतेवाड़ा और जगदलपुर से डीआरजी की संयुक्त टीम आईटीबीपी की 45वीं बटालियन के साथ अबूझमाड़ क्षेत्र में माओवादी विरोधी अभियान पर निकली थी, तभी माओवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू कर दी और जवाबी कार्रवाई की गई।
इससे पहले 2 जून को नारायणपुर जिले के दुर्मी गांव में नक्सलियों ने एक मोबाइल टावर में आग लगा दी थी।
25 मई को बीजापुर के जप्पेमरका और कामकानार के जंगल में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो नक्सलियों मारे गए थे।
छत्तीसगढ़ में माओवादी उग्रवाद राज्य और केंद्र सरकार दोनों के लिए लगातार चुनौती बना हुआ है।
शुक्रवार रात हुई मुठभेड़ में घायल हुए नारायणपुर डीआरजी के तीन जवानों को पूर्वी बस्तर संभाग के गोबेल क्षेत्र से एयरलिफ्ट कर अस्पताल पहुंचाया गया।
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