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अभिनय की रानी: स्मृति ईरानी की अनसुनी कहानी

स्मृति ईरानी, अभिनेत्री से राजनेता बनीं यह महिला, एक ज़माने में सबसे ज़्यादा पैसा कमाने वाली अभिनेत्री थी। यह बात उन्होनें डिजिटल प्लेटफार्म Brut के साथ बात चीत के दौरान कही थी।

स्मृति ईरानी “क्यूंकि सास भी कभी बहु थी” में “तुलसी” का किरदार निभाने के लिए मशहूर है। उन्होनें Brut से बात चीत के दौरान बताया कि जब वह टीवी इंडस्ट्री में आई थी तब वह सबसे कम कमाने वाली अभिनेत्री थी, लेकिन जब उन्होनें एक्टिंग छोड़ी तो वह सबसे ज़्यादा कमाने वाली एक्ट्रेस बन गई। उन्होनें आगे कहा, “मैं हर बार लड़कियों को कहती रहती हूँ कि उन्हें अपने अनुबंध (contract) पर बातचीत करनी चाहिए। जब मैं एक्टिंग में आई थी तब मुझे नहीं पता था कि मेरी काबिलियत क्या है, तो वह जितना पैसा दे रहे थे, मैं ले रही थी। लेकिन फिर जब पता कि इस शो में मेरी क्या भूमिका है, तो मैंने कॉन्ट्रैक्ट पर बात की। इसलिए पहले से ही लड़कियों को बात कर लेनी चाहिए।”

एक्टिंग में आने से पहले वह केवल 1800 रूपए महीने कमाती थी। फिर जाकर उन्हें “तुलसी” का किरदार निभाने का अवसर मिला। उनके एक्टिंग करियर के शुरुआती दो तीन साल सबसे कठिन और संघर्षों से भरे थे। जब तक वह सबकी हाँ में हाँ मिला रही थी तब तक सब ठीक था। लेकिन, जैसे ही उन्हें अपने हक और अपनी काबिलियत के बारे में समझ आ गया तो वह अपने कॉन्ट्रैक्ट्स में बदलाव के लिए बात करने लगीं और फिर वह बुरी बन गई। हां लेकिन जब वह एक्टिंग की दुनिया से बाहर निकली तो वह उस ज़माने की सबसे ज़्यादा पैसा लेने वाली एक्ट्रेस बन गई थी।

उन्होनें “तुलसी” का किरदार मिलने के पीछे की भी कहानी इससे पहले वाले एक इंटरव्यू में बताई थी। यह कहानी दरअसल ऐसी है कि एकता कपूर एक पंडितजी के ऊपर बहुत भरोसा करती थी। तब स्मृति उनके ऑफिस के बाहर ही घूम रही थी। अचानक पंडितजी की नज़र पड़ी तो उन्होनें एकता से पुछा कि वह लड़की कौन है। उसे अपने सीरियल में एक रोल देदो, एक दिन यह बहुत बड़ी हस्ती बनने वाली है। दरअसल वह पंडित एक फेस रीडर थे। तो उनको यह रोल उनकी काबिलियत, या पर्सनालिटी से नहीं, बल्कि किस्मत के खेल से मिला था।

लेकिन उन्होनें पूरी मेहनत करके अपनी इस किस्मत को चमकाया और काबिलियत साबित की। और इस तरह स्मृति सिर्फ स्मृति से ‘स्मृति ईरानी’ बन गई। उनको भले ही आज लोग एक पावरफुल नेता की नज़र से देखते हैं, लेकिन उनके शुरुआती दिनों में 1800 रूपए महीने कमाने की कहानी आज भी अज्ञात है।