उत्तर प्रदेश के आगरा में फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी को चुनौती देने वाले रामेश्वर चौधरी ने निर्दलीय नामांकन दर्ज करा दिया है। फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट पर घमासान जारी है। यहां बीजेपी विधायक बाबूलाल ने अपने बेटे का निर्दलीय पर्चा भरवाकर चुनाव लड़ाने का एलान कर दिया है। बीजेपी विधायक ने कहा है कि मर जाएंगे, लेकिन बीजेपी उम्मीदवार राजकुमार चाहर का समर्थन नहीं करेंगे, उसे हराने के लिए वे अपने बेटे को चुनाव लड़ाएंगे।
बीजेपी विधायक बाबूलाल उम्मीदवार की घोषणा के बाद से लगातार सवाल उठ रहे हैं। यही वजह है कि अब वे जाट समुदाय की लगभग तीन पंचायतें कर चुके हैं। फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट जाटलैंड कही जाती है। जाट वोट बैंक निर्णायक माना जाता है। बीजेपी विधायक के विरोध में आने के बाद चुनाव दिलचस्प मोड़ में आ गया है।
चौधरी बाबूलाल ने इस पर कहा कि रामेश्वर चौधरी जनता का कैंडिडेट है। स्थानीय जनता बीजेपी के उम्मीदवार को नहीं चाहती है। उन्होंने बीजेपी के संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह से मुलाकात करके कैंडीडेट को बदलने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी अपना कैंडीडेट बदल दे तो उनका बेटा रामेश्वर चुनाव नहीं लड़ेगा। उन्होंने ये भी कहा कि पार्टी का सिंबल मिलने के बाद भी अपना उम्मीदवार बदल सकती है। उन्होंने कहा कि वे बीजेपी के एमएलए हैं। रामेश्वर चुनाव जीतकर बीजेपी में शामिल होगा।
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