29 April 2022
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच साझा करते हुए दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा ने असम में एक सरकारी कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने अपने भाषण से कई लोगों का दिल जीत लिया। 84 वर्षीय बिजनेस टाइकून ने हिंदी में आपने भाषण में कहा कि “आज असम का बहुत महत्वपूर्ण दिन है।” हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि वह भाषा से बहुत अच्छी तरह से वाकिफ नहीं हैं, और कहा कि “मैं जो कुछ भी कहूँगा, दिल से कहूँगा।”
उन्होंने कहा, “मैं अपने आखिरी वर्षों को स्वास्थ्य के लिए समर्पित करता हूं। असम को एक ऐसा राज्य बनाएं, जो सभी को पहचाने और सभी उसे पहचानें। आज असम राज्य के इतिहास में एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है। यह वह दिन है जो स्वास्थ्य और कैंसर के उपचार के मामले में असम को एक उच्च स्तर तक ले जाएगा।”
टाटा ट्रस्ट्स के अध्यक्ष रतन टाटा ने कहा कि असम में 17 कैंसर देखभाल केंद्रों का एक नेटवर्क सभी को कम खर्च पर उपचार उपलब्ध कराएगा क्योंकि यह (कैंसर) ‘अमीर लोगों का रोग’ नहीं है। इस तरह के सात केंद्रों के उद्घाटन के अवसर पर रतन टाटा ने कहा कि इन संस्थानों के कारण असम को विश्व स्तरीय उपचार मुहैया करने वाले राज्य के रूप में मान्यता मिलेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘असम के इतिहास में आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है। कैंसर के उपचार के लिए उच्चतर स्तर की स्वास्थ्य देखभाल सुविधा, जो अब तक राज्य में उपलब्ध नहीं थी वह यहां लाई गई है।’’ टाटा ने कहा, ‘‘असम यह अब कह सकता है कि भारत का एक छोटा राज्य भी विश्व स्तरीय कैंसर उपचार सुविधाओं से लैस है।’’
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सात कैंसर देखभाल केंद्रों का उदघाटन किया। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान और इस तरह के और सात केंद्रों की आधारशिला रखकर एशिया के सबसे बड़े कैंसर देखभाल नेटवर्क का शुभारंभ किया।
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