भारत ऐसा राज्य है जहां आप अलग-अलग राज्यों में भाषाओं के साथ परंपराएं भी बदल जाती है। आपने यहां कई प्रकार के मंदिर देखें होंगे कोई बड़ा तो कोई छोटा। कई मंदिरों में प्रसाद भी आकर्षण का केंद्र बन जाते हैं। आज हम आपको ऐसे ही मंदिर की कहानी बताने जा रहे हैं जहां पर प्रसाद किसी थाली में या केले के पत्ते पर नहीं बल्कि जमीन पर रखकर ग्रहण किया जाता है।
पहली बार में आपकों ये जानकर हैरानी होगी, लेकिन कर्नाटक के उडुपी में स्थित कृष्ण मंदिर में ऐसी परंपरा सदियों से चली आ रही है। इस मंदिर में लगभग 10 हजार लोग लगभग एक साथ फ्री में प्रसाद प्राप्त करते हैं।
यहां की मान्यता है कि जब भी किसी की मांगी हुई मुराद पूरी होती है तो वह भक्त मिट्टी (जमीन) पर प्रसाद रखकर खाता है। इतना ही नहीं प्रसाद ग्रहण करने के बाद उस जगह को भी अच्छे से साफ किया जाता है। जिसके बाद दूसरे व्यक्ति को वहां प्रसाद ग्रहण करने के लिए जगह मिलती है।
ऐसी मान्यता है कि भक्त खुद यहां प्रसाद फर्श पर परोसने की मांग करते हैं। इस प्रसाद को प्रसादम या नौवैद्यम कहा जाता है। इस मंदिर के फर्श को मशहूर काले काड्डपा स्टोन (Black Kadappa Stone) से तैयार किया गया है।
More Stories
AMU अल्पसंख्यक दर्जे पर सुप्रीम कोर्ट का नया फैसला: एक अहम मोड़ पर पहुंचा ऐतिहासिक विवाद
मुख्यमंत्री के स्टाफ ने खाया समोसा! CID को सौंपी गई जांच, 5 पुलिसकर्मियों को नोटिस
अब गुजरात में जल्द होगा पेयजल की समस्या का समाधान, Wastewater Recycling Policy कमी से निपटने के लिए तैयार