गुजरात के अहमदाबाद का यह गणेश मंदिर भक्तों की सभी मनोकामनाओं को पूरा करता है ऐसी प्रचलित मान्यता है जिसके चलते यहां देश भर से हजारों गणेश भक्त उमड़ते हैं।
गुजरात के अहमदाबाद जिला के घोघंबा तालुका के कोठगाम में गणेशपुरा गांव है, जहां भगवान गणपति का भव्य मंदिर है, इस मंदिर में खुदाई के दौरान मिली स्वयंभू प्रकट प्रतिमा स्थापित है। इस प्रतिमा का इतिहास 99 साल पुराना है। भारत में गणेशजी की स्वयंभू प्रकट प्रतिमा सिर्फ इस मंदिर में लगी हुई है, जहां सिर्फ गुजरात के ही नहीं कई राज्यों के भक्त दर्शन के लिए आते हैं।
भारतीय धार्मिक मान्यता के तहत हर शुभ कार्य की शुरुआत भगवान गणेश के पूजन से होती है चाहे वह शादी ब्याह हो या घर का वास्तु पूजन या अन्य कोई भी शुभ कार्य हो सबसे पहले हम भगवान गणेशजी की पूजा करते हैं, ऐसे में कोठगणेश के यह गणपति मनोकामना पूरी करने वाले माने जाते हैं। भाविक भक्त आस्था और श्रद्धा के साथ यहां आते हैं और अपनी मनोकामना पूरी होने की मन्नत मांगते हैं।
यहा मान्यता है कि मंदिर परिसर में गणेश जी के सामने गेहूं का उल्टा स्वस्तिक बनाकर मनोकामना पूरी होने की मन्नत मांगी जाती है और जब मन्नत पूरी हो जाए तो सीधा स्वास्तिक बनाकर मन्नत को पूरा किया जाता है। कई लोगों की मन्नत यहां पूरी हुई है, जिससे कोठगणेश में भक्तों की अपार आस्था है, गणेशपुरा गांव में अब गणेश जी का भव्य मंदिर बनाया गया है जिसका सुंदर प्रवेश द्वार और अद्भुत मंदिर भक्तों को काफी पसंद आता है।
यहां दर्शन के लिए रेलिंग लगाकर महिला और पुरुषों के लिए अलग-अलग लाइन बनाई गई है, जिससे भक्त सुचारू दर्शन कर सके।इस मंदिर में गणेशजी की प्रतिमा जमीन से 6 फीट ऊपर है।गणपति जी की सूंड दाईं ओर है। यहा गणेशजी को प्रसाद में बूंदी के लड्डू और दूर्वा चढ़ाए जाते हैं। सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालु यहां रोजाना दर्शन करने आते हैं।
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