समाज में महिलाएं और पुरुष दो अलग-अलग भूमिकाओं में रहते हैं और इन दोनों का सहयोग समृद्धि की दिशा में एकमेलता की दिशा में महत्वपूर्ण है। हमें यह समझना चाहिए कि उनमें से कोई भी एक अधिक उत्कृष्ट नहीं है, बल्कि यह दोनों एक-दूसरे को पूरक हैं। फिर भी, कुछ स्थितियों में, महिलाएं पुरुषों से बेहतर साबित हो सकती हैं।
पहले तो, महिलाएं एक समाज में सामाजिक संबंध बनाने और बनाए रखने में अधिक सक्षम हो सकती हैं। वे अपनी बुद्धिमत्ता और सामाजिक संज्ञान क्षमता के साथ समाज को सामूहिक रूप से मजबूती प्रदान कर सकती हैं, जिससे समृद्धि होती है।
दूसरे तरीके से, महिलाएं अपनी भावनाओं को साझा करने में अधिक सुरक्षित और बचाव करने में सक्षम हो सकती हैं। उनकी संवेदनशीलता और धैर्य महिलाओं को बेहतर नेतृत्व कौशल में साबित करते हैं, जिससे समस्याएं और स्थितियों का सही समाधान निकाला जा सकता है।
तीसरे स्तर पर, महिलाएं अपने परिवारों के साथ एक अद्वितीय संबंध बना सकती हैं जो समृद्धि और सहयोग की भावना को प्रोत्साहित करता है। उनका दृष्टिकोण और सहानुभूति परिवारिक संबंधों को मजबूती प्रदान कर सकते हैं, जिससे सभी सदस्य सुरक्षित और समान सहानुभूति के माहौल में मिल सकते हैं।
यद्यपि महिलाएं पुरुषों से बेहतर हो सकती हैं, हमें यह भी ध्यान में रखना चाहिए कि इसमें कोई अंतर नहीं है कि कौन बेहतर है, बल्कि सामूहिक और सार्वजनिक हित की दृष्टि से दोनों की आवश्यकता है। महिलाएं और पुरुष दोनों ही समाज के निर्माण में योगदान कर सकते हैं और इसे समृद्धि और समरसता की दिशा में बढ़ा सकते हैं।
इस मामले में पुरुष महिलाओं से बेहतर
लेकिन कुछ स्थिति में महिलाओं से ज्यादा इस प्रकार के मामले में पुरुष बेहतर होते हैं। ये एक स्टडी में खुलासा किया गया है।
अमेरिका में महिलाओं और पुरुषों के लेकर एक अध्ययन किया गया है। इसमें बताया गया है कि कैसे पुरुष दिशा-निर्देश (रास्ता बताने में) के मामले में महिलाओं से बेहतर हैं।
दरअसल ये अध्ययन इलिनोइस अर्बाना-शैंपेन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने किया है। इनरके मुताबिक पुरुषों को बाहरी गतिविधियों में शामिल होने के लिए ज्यादा प्रोत्साहित किया जाता है। इस कारण से पुरुषों में रास्तों से संबंधित कौशल बेहतर विकसित होता है।
ये जानने कि लिए शोधकर्ताओं ने 21 अलग-अलग प्रकार की प्रजातियों को शामिल किया। इसमें मेंढक, घोड़ों के अलावा मनुष्य प्रजाति को भी शामिल किया गया। इसदौरान शोधकर्ताओं ने पाया कि रास्ता खोजने के मामले में पुरुष ज्यादा बेहतर पाए गए। बता दें कि ये स्टड द रॉयल सोसाइटी पेपर में प्रकाशित हुई है।
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