कोरोना की तीसरी लहर ने गुजरात को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है। यहां रोजाना 6000 से अधिक मामले दर्ज किए जा रहे हैं और एक्टिव केस का आंकड़ा 30 हजार तक पहुंच चुका है। दूसरी लहर की तुलना में संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, लेकिन हॉस्पिटलाइजेशन और मौत की कम दर राहत देने वाली है।
राज्य के तमाम जिलों से मिली रिपोर्ट के आधार पर यह विश्लेषण सामने आ रहा है कि हाल में संक्रमित होने वाले 75% से ज्यादा लोग वैक्सीन के दोनों डोज ले चुके थे और वे जल्दी ठीक भी हो रहे हैं। एक अनुमान के अनुसार, संक्रमित होने वाले लोगों में 18 से 60 वर्ष के लोगों की संख्या ज्यादा है।
राज्य में पिछले 5 दिनों में कोरोना के 25 हजार मामले सामने आए हैं, जबकि सिर्फ तीन लोगों की ही मौत दर्ज हुई है। वैक्सीन लेने के बाद भी संक्रमित होने के कारण बताते हुए एक सीनियर डॉक्टर ने कहा कि राज्य में 95% से अधिक लोग वैक्सीन का पहला डोज ले चुके हैं, जबकि 90% लोग दोनों डोज ले चुके हैं। इसका मतलब है कि केवल 4 से 5% लोगों ने ही वैक्सीन की एक भी डोज नहीं ली है। ये वो लोग हैं जिन्होंने न तो वैक्सीन के लिए दिलचस्पी दिखाई और न ही लक्षण दिखने पर कोरोना टेस्ट कराने के लिए आगे आए हैं। ज्यादातर वही लोग टेस्ट करवा रहे हैं, जिनका टीकाकरण हो चुका है।
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