“धूम्रपान का सेवन स्वस्थ्य के लिए हानिकारक है। धूम्रपान का सेवन न करें, न करने दें।”
यह लाइन सिर्फ बोलने के लिए ही नहीं है, इसका अमल करना भी ज़रूरी है। भले ही इस एडवर्टीज़मेंट का कितना ही मज़ाक क्यों न उड़ाया गया है, लेकिन इसके ज़रिए समाज में एक अच्छा संदेश ज़रूर पहुँच रहा है। धूम्रपान यानि सिगरेट का सेवन करने का प्रचलन बहुत सालों से चला आ रहा है। यह जानते हुए भी कि इसके कितने हानिकारक दुष्प्रभाव है, तो भी लोग इसका सेवन करते हैं।
सिगरेट पीने से आपकी सेहत तो ख़राब होती ही है, लेकिन, आपके आस-पास जो लोग होते हैं, उनके फेंफड़ों में भी इसका धुआं जाने से बुरा असर पड़ता है। आप सोच रहे होंगे कि आज अचानक यह धूम्रपान के सेवन की बातें क्यों की जा रही है। तो आपको बता दें कि आज, 13 मार्च को National No Smoking Day है।
हर साल मार्च महीने के दूसरे बुधवार को धूम्रपान निषेध दिवस यानी No Smoking Day मनाया जाता है। धूम्रपान के दुष्प्रभावों के बारे में लोगों को बताने और धूम्रपान छोड़ने के लिए लोगों को प्रेरित करने यह दिवस मनाया जाता है। इस साल की थीम “तंबाकू उद्योग की हस्तक्षेप से बच्चों की सुरक्षा” है।
रिसर्च के मुताबिक सिर्फ बड़े लोग ही नहीं, बच्चे भी सिगरेट पीने की लत्त के शिकार बनते जा रहे हैं। खासकर 13 से 20 साल तक के बच्चे। अपने स्ट्रेस को दूर करने, फोमो की वजह से, या फिर सिर्फ दोस्तों के साथ के कारण बच्चों को सिगरेट पीने की आदत लगती है। बच्चों का भविष्य न बिगड़े और उनका स्वास्थ्य सही रखने के लिए इस बार की थीम यह है।
National No Smoking Day का इतिहास
धूम्रपान निषेध दिवस पहली बार साल 1984 में आयरलैंड गणराज्य में मनाया गया था। दूसरे बुधवार के दिन शुरू होने से पहले यह मार्च के पहले बुधवार को मनाया जाता था। समय के साथ यह दूसरे बुधवार को मनाया जाने लगा। इसके बाद से यूनाइटेड किंगडम समेत कई देशों में एक वार्षिक कार्यक्रम की तरह मनाया जाता है।
बता दें कि तम्बाकू और धूम्रपान के सेवन से पूरी दुनिया में तक़रीबन 80 लाख से ज़्यादा लोग मरते हैं। धूम्रपान निषेध दिवस 2009 के बाद एक शोध में पाया गया कि 10 में से 1 धूम्रपान करने वाला व्यक्ति इस दिन धूम्रपान का सेवन करना छोड़ देता है। जिससे यह पता चलता है कि धूम्रपान निषेध दिवस का समाज में क्या महत्व है।
इसकी लत्त छोड़ने के उपाय
धूम्रपान का सेवन करने से हमारे स्वास्थ्य पर खतरनका असर पड़ता है। इससे लंग कैंसर, अस्थमा जैसी जानलेवा बीमारियां हो सकती है। धूम्रपान की लत अगर आपको छोड़नी है तो सबसे पहले आपको आपकी इच्छाशक्ति को मज़बूत करना होगा और यह निश्चय कर लेना होगा की मैं धूम्रपान का त्याग कर ही दूं। उसके बाद आपको वैसी संगती से दूर रहना होगा जो आपको बार-बार धूम्रपान के सेवन की याद दिलाती रहे। साथ ही फिजिकल एक्टिविटी करते रहना सही होगा, क्यूंकि एक्सरसाइज और योग करने से धूम्रपान का सेवन करने की इच्छा कम होती है। इसके अलावा कुछ घरेलु नुस्खे अपनाने से भी सिगरेट की लत छूट सकती है।
More Stories
क्या आपने कभी देखा है सवा करोड़ रुपये का भैंसा, देखकर हो जाएंगे हैरान
वड़ोदरा: विश्वामित्री बाढ़ निवारण समिति की बैठक, बाढ़ प्रबंधन के लिए उठाए जाएंगे ठोस कदम
चाणक्य नीति: शादी से पहले अपने पार्टनर से जरूर पूछें ये अहम बातें, बनाएं रिश्ता मजबूत और खुशहाल