Periods हर लड़की को होते हैं। यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जिसके आने के बाद कहते हैं कि एक लड़की “औरत” बन जाती है। हालांकि इसे अभी भी एक अपवित्र चीज़ और टैबू माना जाता है। हर लड़की को मासिक धर्म यानि periods 13-14 साल की उम्र से शुरू हो जाते हैं। लेकिन, कई बार तो माएं अपनी बच्चियों को इसके बारे में बताती भी नहीं है। एक लड़की को periods के वक़्त असहनीय दर्द होता है। कई बार दर्द इतना बढ़ जाता है कि लगता है मानो मौत पास आ गई हो। और अपने पहले periods के इसी दर्द के कारण मंगलवार की रात को मुंबई के मलाड में एक 14 साल की बच्ची ने तनाव में आकर आत्महत्या कर ली।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, लड़की शाम को मृत पाई गई जब घर पर कोई नहीं था। घटना की जानकारी मिलने पर रिश्तेदार और पड़ोसी उसे कांदिवली के एक सार्वजनिक अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस के अनुसार इस लड़की के यह कदम उठाने के पीछे की वजह periods के बारे में अधूरी जानकारी और अफवाहें बताई जा रही है। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि लड़की को हाल ही में अपने पहले मासिक धर्म के दौरान दर्द का अनुभव हुआ था, जिससे वह परेशान और मानसिक पीड़ा में थी। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और सभी संभावित पहलुओं पर गौर कर रही है। वे उसकी मानसिक स्थिति के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए उसके दोस्तों से बात करने और उसकी ऑनलाइन गतिविधियों पर गौर करने की प्लानिंग कर रहे हैं।
पुलिस ने आकस्मिक मौत का मामला दर्ज कर लिया है और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद लड़की के शव को उसके परिवार को सौंप दिया जाएगा।
यह हादसा भले ही ऊपर से आम नज़र आता हो, लेकिन इसमें से हमें यह समझ आता है कि periods के बारे में बच्चियों को पूर्ण जानकारी देना कितना ज़रूरी है। अगर ऐसा नहीं किया गया तो मुमकिन है कि इस लड़की के जैसे कोई और लड़की ऐसा दर्दनाक कदम उठा ले।
More Stories
मोहाली में गिरी बहुमंजिला इमारत, 15 से ज्यादा लोगों के दबे होने की आशंका , बचाव कार्य जारी
43 साल बाद क्यों कुवैत दौरे पर गए प्रधानमंत्री मोदी?
दिल्ली चुनाव से पहले AAP को बड़ा झटका, LG ने केजरीवाल के साथ खेला खेल