देश की राजधानी दिल्ली में आज से बजट सत्र की शुरुआत हुई है, जिससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने मीडिया को संबोधित किया।मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का अंतिम बजट सत्र आज 31 जनवरी सुबह 11 बजे से शुरू हुआ है । राष्ट्रपति मुर्मू ने नई संसद में पहली बार दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा के सदस्यों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने सरकार की उपलब्धियां बताई।
बजट सत्र की शुरूआत में अपने संबोधन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, “…अमृतकाल की शुरुआत में यह भवन बना है, यहां एक भारत, श्रेष्ठ भारत की महक भी है… मुझे पूरा विश्वास है कि इस नए भवन में नीतियों पर सार्थक संवाद होगा। ऐसी नीतियां जो आज़ादी के अमृत काल में विकसित भारत का निर्माण करेंगी।”
उन्होंने आगे कहा कि हम सभी बचपन से गरीबी हटाओ के नारे सुनते आ रहे हैं, लेकिन अब हम बड़े पैमाने पर गरीबी को दूर होते देख रहे हैं। नीति आयोग के अनुसार मेरी सरकार के एक दशक के कार्यकाल में लगभग 25 करोड़ देशवासी गरीबी से बाहर निकले हैं…:
राष्ट्रपति ने कहा कि, बीता वर्ष भारत के लिए ऐतिहासिक उपलब्धियों से भरा रहा है। भारत सबसे तेजी से विकसित होती बड़ी अर्थव्यवस्था बना। लगातार दो तिमाही से भारत की विकास दर 7.5% से ज्यादा रही है…भारत को अपना सबसे बड़ा समुद्री पुल अटल सेतु मिला। भारत को अपनी पहली नमो भारत ट्रेन और पहली अमृत भारत ट्रेन मिली…भारत की एयरलाइन कंपनी ने दुनिया की सबसे बड़ी एयरक्राफ्ट डील की।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, “आज दुनिया के कुल रियल टाइम डिजिटल लेनदेन का 46 प्रतिशत भारत में होता है। पिछले महीने UPI से रिकॉर्ड 1200 करोड़ ट्रांजेक्शन हुए हैं। इसके तहत 18 लाख करोड़ रुपए का रिकॉर्ड लेनदेन हुआ है।”
संसद में अपने अभिभाषण के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि बीते वर्षों में विश्व ने दो बड़े युद्ध देखे और कोरोना जैसी वैश्विक महामारी का सामना किया। ऐसे वैश्विक संकटों के बावजूद मेरी सरकार ने देश में महंगाई को काबू में रखा, सामान्य भारतीय का बोझ नहीं बढ़ने दिया।
इससे पहले PM मोदी ने सदन के बाहर मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि ‘मैं आशा करता हूं कि इस साल में जिसको जो रास्ता सूझा, उस प्रकार से संसद में सबने अपना-अपना कार्य किया। मैं इतना जरूर कहूंगा कि कुछ लोगों का स्वभाव ‘आदतन हुड़दंगी’ हो गया है, जो आदतन लोकतांत्रिक मूल्यों का चीरहरण करते हैं। ऐसे सभी माननीय सांसद आज आखिरी सत्र में जरूर आत्मनिरीक्षण करेंगे कि 10 साल में उन्होंने क्या किया।’
बजट सत्र से पहले PM मोदी ने कहा, “इस नए संसद भवन में जो पहला सत्र हुआ था उसके आखिर में इस संसद ने एक बहुत ही गरिमापूर्ण फैसला लिया था, जो नारी शक्ति वंदन अधिनियम था। उसके बाद 26 जनवरी को भी हमने देखा किस प्रकार से देश ने कर्तव्य पथ पर नारी शक्ति के सामर्थ्य-शौर्य को अनुभव किया और आज बजट सत्र का आरंभ हो रहा है तब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का मार्गदर्शन और कल निर्मला सीतारमण द्वारा अंतरिम बजट, एक प्रकार से नारी शक्ति के साक्षात्कार का पर्व है।”
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