बिहार में जातीय गणना के आंकड़े जारी होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक हुई। CM सचिवालय में करीब ढाई घंटे तक चली बैठक में भाकपा माले और AIMIM ने आरक्षण बढ़ाने की मांग उठाई, इस पर नीतीश कुमार ने कहा की वे विचार करेंगे।
बिहार में दो साल बाद नीतीश कुमार की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक हुई। इससे पहले अगस्त 2021 में नीतीश कुमार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। तब नीतीश NDA का हिस्सा थे। कांग्रेस ने कहा- बिहार सरकार की अच्छी पहल है, इसके अच्छे असर होंगे। वहीं भाजपा ने कुछ जातियों में उपजातियों की अलग-अलग गणना पर सवाल उठाए हैं।
आपको बता दें कि बिहार सरकार ने 2 अक्टूबर को जाति आधारित जनगणना रिपोर्ट जारी की। जारी आंकड़ों के अनुसार बिहार में पिछड़ा वर्ग 27.13%, अत्यंत पिछड़ा वर्ग 36.01%, सामान्य वर्ग 15.52% है। बिहार की कुल आबादी 13 करोड़ से अधिक है। ये आंकड़े बिहार के अपर मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह ने जारी किए हैं। यह रिपोर्ट जारी होने के बाद बिहार की राजनीति में हलचल बढ़ गई है।
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