23 नवंबर को महाराष्ट्र में बड़ी जीत दर्ज करने के बाद, 22 दिन के इंतजार के बाद देवेंद्र फडणवीस ने राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। यह उनके कार्यकाल का तीसरा मौका है, जब उन्होंने महाराष्ट्र की बागडोर संभाली है।
शपथ ग्रहण समारोह: एक भव्य आयोजन
मुंबई के ऐतिहासिक आजाद मैदान में आयोजित इस भव्य समारोह में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने देवेंद्र फडणवीस को मराठी भाषा में मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। उनके साथ एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने भी डिप्टी मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
शपथ लेते समय एकनाथ शिंदे ने बाला साहेब ठाकरे और आनंद दिघे का नाम लेते हुए पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का आभार व्यक्त किया। अजित पवार, जो पहले भी डिप्टी सीएम रह चुके हैं, ने एक बार फिर इसी पद की जिम्मेदारी संभाली।
देश के दिग्गजों ने की शिरकत
इस आयोजन में कई बड़ी हस्तियां मौजूद रहीं:
- राजनीतिक जगत से: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री शामिल हुए।
- खेल जगत से: क्रिकेट के लीजेंड सचिन तेंदुलकर ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
- बॉलीवुड से: सुपरस्टार शाहरुख खान, सलमान खान, संजय दत्त, रणबीर कपूर, और रणवीर सिंह जैसे सितारों ने समारोह की रौनक बढ़ाई।
तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने का इतिहास
देवेंद्र फडणवीस का महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में तीसरी बार शपथ लेना उनकी मजबूत राजनीतिक स्थिति और जनता के विश्वास को दर्शाता है। उनके पिछले कार्यकाल में राज्य में कई विकास कार्य हुए थे, और अब जनता को उनसे और भी ज्यादा उम्मीदें हैं।
महाराष्ट्र सरकार का यह “डबल डिप्टी सीएम मॉडल” (एकनाथ शिंदे और अजित पवार) चर्चा का विषय बना हुआ है। इससे यह साफ होता है कि नई सरकार समन्वय और सामूहिक नेतृत्व के सिद्धांत पर काम करेगी।
इस शपथ ग्रहण ने राजनीतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक सभी क्षेत्रों के लोगों को एक साथ लाने का काम किया। यह आयोजन महाराष्ट्र की विविधता और एकता का प्रतीक बना।
महाराष्ट्र के लोगों को अब नई सरकार से तेजी से विकास, रोजगार, और सामाजिक कल्याण की उम्मीदें हैं। देवेंद्र फडणवीस की तीसरी पारी राज्य के भविष्य को किस दिशा में ले जाएगी, यह समय बताएगा।
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