बॉलीवुड के ‘दबंग’ सलमान खान एक बार फिर काले हिरण शिकार मामले में चर्चा में हैं। काले हिरण के शिकार मामले में बॉलीवुड एक्टर सलमान खान को कोर्ट ने बाइज्जत बरी कर दिया है, लेकिन बिश्नोई समाज को अब भी उनसे माफ़ी की उम्मीद है। इसी वजह से उन्हें गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। मामला 1998 का है, जब सलमान फिल्म ‘हम साथ साथ हैं’ के अपने सह-कलाकारों के साथ शिकार पर गए थे। एक पुराने इंटरव्यू में सलमान ने बताया था कि उन्हें शिकार करने का ख्याल कैसे आया और यह पूरा कांड कैसे शुरू हुआ। शौक से शुरू हुए इस केस की सलमान खान को बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है।
2009 में एक टीवी चैनल से बात करते हुए सलमान ने खुद कहा था, ‘हम कहां, कब और कैसे शिकार करने गए। कैसे हमने एक डरा हुआ हिरण ढूंढा और उसे बिस्कुट खिलाए। एक्टर ने बताया कि, एक दिन पैकिंग के बाद हम सभी गाड़ी से घूमने गए थे। हम सभी सैफ, तब्बू, नीलम, अमृता और सोनाली के साथ थे। इसी बीच हमारी नजर झाड़ी में फंसे एक हिरण के बच्चे पर पड़ी। पूरा झुंड वहां था इसलिए मैंने कार रोकी और वह डर गया। हमने उसे वहां से निकाला और थोड़ा पानी दिया। वह डरा हुआ था, थोड़ी देर बाद उसे एक स्वादिष्ट बिस्किट खाया और फिर भाग गया। उस दिन हमने जल्दी से सामान पैक कर लिया। हम सब एक साथ जा रहे थे। मुझे लगता है कि यहीं से यह सब शुरू हुआ।’
मैंने काले हिरण को नहीं मारा.
एक और वायरल इंटरव्यू में सलमान ने कहा, ‘मैंने काले हिरण को नहीं मारा, यह किसी और की गलती थी। सलमान ने कहा कि ये एक लंबी कहानी है। असल में काले हिरण को मारने वाला मैं नहीं हूं।’ अब इसका कोई मतलब नहीं है। वह शिकार करता है, वह दुर्व्यवहार करता है। उसी ने उसे मारा है। आप सत्य का एक प्रतिशत भी नहीं जानते। सिर्फ इसलिए कि मैं दुनिया को कुछ भी नहीं बता सकता इसका मतलब यह नहीं है कि मैं गलत हूं। मुझे लगता है कि चुप रहना ही बेहतर है।’
उन्होंने आगे कहा, ‘कभी-कभी ऐसा होता है कि आप कुछ कह नहीं पाते। हर व्यक्ति का अपना मान, सम्मान, अपनी प्राथमिकता होती है। ये इंडस्ट्री है, आपको इतना भी हक नहीं कि कुछ भी बोल सकें. कभी-कभी आपकी चुप्पी ही सबसे अच्छी होती है. मैं जो महसूस करता हूं वह कह सकता हूं. लेकिन अगर इसमें किसी और का नाम शामिल है तो मैं इस बारे में बात नहीं कर सकता।’ मैं कर्म में विश्वास रखता हूं. अगर मैं कुछ भी गलत करता हूं तो मुझे अगले ही दिन इसका परिणाम भुगतना पड़ता है।’
More Stories
उपचुनाव 2024: 50 सीटों पर उलटफेर, भाजपा और ममता बनर्जी ने किया अपना दबदबा साबित, विपक्षी दलों को लगे जोरदार झटके
गुजरात में भाजपा की बड़ी वापसी: वाव सीट पर स्वरूपजी ठाकोर की ऐतिहासिक जीत
प्रियंका गांधी ने वायनाड उपचुनाव में तोड़ा राहुल गांधी का रिकॉर्ड ,कांग्रेस के लिए बनी एक नई उम्मीद