गुजरात के अंकलेश्वर में एक बड़े ड्रग्स रैकेट का पर्दाफाश हुआ है, जहां पुलिस ने अवकार ड्रग्स लिमिटेड कंपनी के गोदाम से 518 किलो कोकीन जब्त की। इस कोकीन की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 5,000 करोड़ रुपये बताई जा रही है। दिल्ली और गुजरात पुलिस के जॉइंट ऑपरेशन में पांच संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है, जो इस खतरनाक सिंडिकेट के सदस्य माने जा रहे हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह कोकीन एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स सिंडिकेट से जुड़ी है, जिसने 2 अक्टूबर और 10 अक्टूबर को दिल्ली में दो बड़े ड्रग्स रैकेट का शिकार बनाया था। अब तक इस सिंडिकेट से कुल 1,289 किलो ड्रग्स जब्त की जा चुकी है, जिसकी कीमत 13,000 करोड़ रुपये से अधिक है। यह अब तक की सबसे बड़ी ड्रग्स जब्ती मानी जा रही है।
इस सिंडिकेट का मास्टरमाइंड विरेंदर बसोया को बताया गया है, जो दुबई में कई बिजनेस चला रहा है। पुलिस ने बसोया के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी कर दिया है, और उसकी गिरफ्तारी के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है। इस ऑपरेशन में पुलिस ने यह भी पाया कि सिंडिकेट के अधिकांश सदस्य एक-दूसरे को नहीं जानते थे, बल्कि सोशल मीडिया के जरिए आपस में संपर्क करते थे। हर सदस्य को एक कोड नेम दिया गया था, जिससे उनकी पहचान छिपी रहे।
दिल्ली पुलिस पिछले दो महीनों से इस सिंडिकेट की गतिविधियों पर नजर रख रही थी और इसे पकड़ने के लिए कई योजनाएं बनाई गई थीं। ड्रग्स की यह खेप दक्षिण अमेरिकी देशों से समुद्री रास्ते से गोवा के जरिए लाई गई थी, और इसके बाद इसे दिल्ली में खपाने का प्रयास किया गया था।
इससे पहले, 10 अक्टूबर को दिल्ली में 208 किलो कोकीन जब्त की गई थी, जिसे नमकीन के पैकेट में छिपाकर रखा गया था। इसके साथ ही, 2 अक्टूबर को भी 560 किलो कोकीन और 40 किलो गांजा जब्त किया गया था। इन सभी छापेमारी में कुल 12 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जो इस अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स सिंडिकेट के विभिन्न स्तरों पर शामिल थे।
दिल्ली पुलिस के ऑपरेशन ‘कवच’ के तहत यह कार्रवाई की गई है, जिसका उद्देश्य ड्रग्स तस्करों को खत्म करना है। 30 सितंबर को भी 228 किलो गांजा जब्त किया गया था, जो इस अभियान की लगातार सफलता को दर्शाता है।
इस तरह के बड़े ड्रग्स रैकेट्स का भंडाफोड़ न केवल कानून-व्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह समाज के प्रति भी एक बड़ी जिम्मेदारी है। ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई में पुलिस की सक्रियता और सख्त कार्रवाई महत्वपूर्ण है, लेकिन इसे रोकने के लिए जन जागरूकता और शिक्षा की भी आवश्यकता है। हमें यह समझना होगा कि ड्रग्स का दुष्परिणाम केवल एक व्यक्ति या परिवार तक सीमित नहीं रहता, बल्कि यह समाज के हर स्तर पर प्रभाव डालता है। हमें एकजुट होकर इस चुनौती का सामना करना होगा।
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