आज विश्व खेल पत्रकारिता दिवस है।इसे क्यों और कब मनाना शुरू किया गया,क्या आप जानते है?
यूं तो विश्व में विविध विषयों को लेकर विविध दिवस मनाए जाते हैं। इन्हीं में शुमार है,विश्व खेल पत्रकारिता दिवस।इस दिन को मनाने का उद्देश्य है,पत्रकारो के खेलों के प्रति योगदान को मान्यता देना,सराहना करना है।सन 1800 के दशक के दौरान खेल पत्रकारिता विकसित हुई।यह केवल अखबारों में खेल की खबरों तक ही सीमित थी। घुड़दौड़ और मुक्केबाजी की ही रिपोर्टिंग होती थी,यह केवल उच्च वर्ग के लिए था,क्योंकि आम नागरिक की अखबारों तक पहुंच नहीं थी। वर्ष 1920 में जब समाचार पत्रों ने खेलों को जगह देनी शुरू की,तो इसको एक आकार मिला। खेल पत्रकारिता अन्य विषयों की ही तरह खेल विषयक लेखन कला है ,जिसका विषय है खेल।
सन 1994 में अंतरराष्ट्रीय खेल प्रेस एसोसिएशन में जब अपनी 70th सालगिरह मनाई तब उस दिन को उन्होंने खेल पत्रकारिता दिवस के रूप में मनाया। 1924 में AIPS की पेरिस में स्थापना हुई। इसका मुख्यालय स्विट्जरलैंड की ओलिंपिक राजधानी लोजेन में है।
आज इक्कीसवीं सदी में खेल पत्रकारिता का अपना एक विशेष दर्जा है।और खेल जगत की खबरों का कद अखबारों से लेकर रेडिओ,टीवी,इंटरनेट, सोशल मीडिया तक पहुंच चुका है।
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