हमारे आस-पास हमें हर जगह नकारात्मकता (negativity) ही देखने को मिलती है। जिसको देखो बस दुःख में, पीड़ा में और उलझन में ही रहता है। हमारे आस-पास ही नहीं, देखें तो हमारे अंदर भी नकारात्मक विचार घूमते रहते हैं। इससे हमारी सोच भी ख़राब होती है और हम दिन पर दिन नकारात्मकता के कुंवे में गिरते ही जाते हैं।
हमारा दिमाग एक ज़मीन है जिसमे आप जैसा बीज डालोगे, वहां वैसा ही पेड़ उगेगा। अगर सकारात्मकता (positivity) का बीच डालोगे, तो पॉजिटिविटी से भर जाओगे और एक अच्छा जीवन पाओगे। लेकिन, अगर आप अपने दिमाग को नकारात्मकता से भर दोगे तो एक असफल और दुखी जीवन ही फल स्वरुप मिलेगा। इसलिए बोलते हैं कि आप जैसा सोचते हो वैसे ही बन जाते हो। हमारे विचारों में बहुत ताकत होती है।
Positive Affirmations की शक्ति हमारे दिमाग को फिर से संगठित करने, अपने और अपने आसपास की दुनिया के प्रति हमारे attitude को आकार देने की क्षमता रखती है। Positive Affirmations को अपनाने और उन्हें नियमित रूप से दोहराने से, हम अपने subconscious mind को फिर से प्रोग्राम कर सकते हैं, अपनी क्षमता को अनलॉक कर सकते हैं और सफलता और व्यक्तिगत विकास का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं।
इस लेख में आज हम जानेंगे कि Positive Affirmations का इस्तेमाल करके हम अपनी ज़िन्दगी में सफल कैसे हो सकते हैं।
क्या है Positive Affirmations के लाभ
Neuroplasticity: हमारे दिमाग के पास अडॉप्टेशन और रीवायर करने की क्षमता होती है। जब लगातार Positive Affirmations पर ध्यान केंद्रित किया जाता है, तो हम उन Affirmations से जुड़े neural pathways को मजबूत करते हैं। इस रीवाइरिंग से अधिक सकारात्मक दृष्टिकोण और बेहतर आत्म-सम्मान प्राप्त हो सकता है।
Self-Affirmation Theory: सोशल साइकोलॉजिस्ट द्वारा बनाई गई यह Self-Affirmation Theory मानती है कि कोई भी व्यक्ति सकारात्मक सेल्फ इमेज बनाएं रखने के लिए प्रेरित होता है। जब हम Self-Affirmation अपनाते हैं, तो हम देखते हैं कि हममे सेल्फ रिस्पेक्ट बढ़ जाती है। इसके साथ ही पर्सनल ग्रोथ देखने को मिलती है।
Positive Psychology: Affirmations पॉजिटिव साइकोलॉजी के सिद्धांतों के अनुरूप है, जो शक्तियों, गुणों और कारकों पर जोर देते हैं। ये साइकोलॉजी के अनुसार देखा जाए तो ये हमारी जिंदगी को पूरा करती है। पॉजिटिव साइकोलॉजी के जरिए व्यक्ति को तनावमुक्त रखकर मानसिक रूप से स्वस्थ किया जाता है जिससे वह एक खुशहाल जीवन जी सके।
Reducing Stress and Anxiety: अगर हम अपने आप से यह बार-बार कहते हैं कि “मैं शांत हूँ”, “मैं समस्याओं का समाधान आसानी से निकलती हूँ”, तो यह affirmations पावरफुल स्ट्रेस और एंग्जायटी को कम करने के रूप में काम कर सकते हैं।
Fostering Resilience: मुसीबत के समय में, Positive Affirmations ताकत का स्रोत बनते हैं। यह एक ऐसी मानसिकता को बढ़ावा देते हैं जिससे हमरा व्यक्तिगत विकास होता है।
कुछ affirmations जो हम इस्तेमाल कर सकते हैं
Affirmations को हमेशा वर्त्तमान काल में लिखना चाहिए। इन्हें अपने लक्ष्य और अपने आप को कैसा बनाना चाहते हो उससे जोड़ के लिखना चाहिए। लेकिन, कुछ ऐसे affirmations भी हैं जिसे हम अपनी रोज़ाना ज़िन्दगी में इस्तेमाल करके बड़ा बदलाव ला सकते हैं। जैसे-
“मैं काफी हूँ”
“मैं सही समय पर, सही जगह पर हूं और सही काम कर रहा हूं।”
“मैं मुश्किल काम कर सकता हूं”
“मैं खुद पर भरोसा करता हूं”
“मैं जीवन के एक और दिन के लिए आभारी हूं”
“मैं सफल हूं”
“मैं कॉंफिडेंट हूँ”
इन affirmations को आप रोज़ अपने आप से बोलें जिससे यह आपको सकारात्मकता से भर दे और आप सफलता की ओर एक कदम और बढ़ा सकें।
Positive Affirmations हमारी अभी की ज़िन्दगी और हमारे सपनों की ज़िन्दगी के बीच में एक पुल का काम करते हैं। कहते है ना कि जैसा सोचते हो वैसा ही होता है। इसलिए अगर हम बार-बार अपने दिमाग में यह Affirmations डालते रहेंगे, ऐसे ही पॉजिटिव सोचते रहेंगे तो हम अपने दिमाग को और अपने आप को सफलता पाने के लिए तैयार कर सकते हैं।
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