1-08-2023
CM योगी आदित्यनाथ ने एक बयान में कहा कि अगर ज्ञानवापी को मस्जिद कहेंगे तो विवाद होगा। भगवान ने जिसको दृष्टि दी है, वो देखे। त्रिशूल मस्जिद के अंदर क्या कर रहा है? हमने तो नहीं रखे हैं न। ज्योर्तिलिंग हैं, देव प्रतिमाएं हैं। पूरी दीवारें चिल्ला-चिल्लाकर क्या कह रही हैं। उन्होंने कहा- मुस्लिम समाज को यह ऐतिहासिक गलती दुरुस्त करनी चाहिए। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने ज्ञानवापी के ASI सर्वे पर फ़िलहाल रोक लगा रखी है। मामले में कोर्ट 3 अगस्त को फैसला सुनाएगा। काशी विश्वनाथ ज्ञानवापी केस में 1991 में वाराणसी कोर्ट में पहला मुकदमा दाखिल हुआ था, जिसमें ज्ञानवापी परिसर में पूजा की अनुमति मांगी गई थी। 2019 में वाराणसी कोर्ट में फिर से इस मामले में सुनवाई शुरू हुई, जो अभी भी जारी है।
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