“शांति को बलपूर्वक नहीं रखा जा सकता; इसे केवल समझ से ही प्राप्त किया जा सकता है।”
World Peace and Understanding Day हर साल 23 फरवरी को मनाया जाता है। यह दिन America के Chicago में Rotary International की पहली बैठक की याद में मनाया जाता है। विश्व शांति और समझ दिवस (World Peace and Understanding Day) का मोटो “स्वयं से ऊपर सेवा (Service above Self)” है।
हर साल यह विशेष दिन लोगों को यह याद दिलाने के लिए मनाया जाता है कि वे दुनिया में शांति और सद्भावना ला सकते हैं और सकारात्मक योगदान दे सकते हैं। विश्व शांति और समझ दिवस का उद्देश्य एक अधिक समावेशी और शांतिपूर्ण दुनिया को बढ़ावा देना है जहां सांस्कृतिक विविधता के बावजूद आपसी सहिष्णुता को प्रोत्साहित करके सभी एक साथ रह सकें और समृद्ध हो सकें।
क्या है इसका इतिहास
रोटरी इंटरनेशनल का इतिहास 1905 से जुड़ा है, जब पॉल पी हैरिस ने शिकागो में अपने व्यापारिक मित्रों की एक बैठक बुलाई थी। बैठक का लक्ष्य राजनीति और धर्म की सीमाओं के बिना समान विचारधारा वाले लोगों का एक समूह बनाना था। समूह तेजी से बढ़ता गया और इसमें शहर भर के अन्य व्यवसायी भी शामिल होते गए।
1908 में, पहला रोटरी क्लब आधिकारिक तौर पर शुरू किया गया था। यह 1925 तक अन्य देशों में फैल गया और एक महत्वपूर्ण संगठन बन गया। इसलिए, इसका नाम बदलकर ‘Rotary International’ कर दिया गया था।
आज, रोटरी इंटरनेशनल 200 से अधिक देशों में, और 46,000 से अधिक क्लबों में, 14 लाख से अधिक सदस्यों का एक वैश्विक नेटवर्क है। यह संगठन मानवीय सेवा, शांति और सद्भावना के लिए समर्पित है और इसके सदस्य विभिन्न परियोजनाओं और पहलों के माध्यम से दूसरों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए काम करते हैं।
विश्व शांति और समझ दिवस के सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक शांति-निर्माण पर इसका ध्यान केंद्रित करना है। यह दिन शांति और विवाद समाधान को बढ़ावा देता है।
क्या कर सकते हैं हम
यह दिन को मनाने का सबसे अच्छा तरीका ध्यान, संचार और संघर्ष समाधान कौशल के लिए समर्पित कार्यक्रमों की मेजबानी करना है। हम दुनिया में योगदान करने के तरीकों का भी पता लगा सकते हैं और हम दुनिया को एक बेहतर जगह कैसे बना सकते हैं उसपर भी विचार कर सकते हैं। हम संघर्ष समाधान के लिए समर्पित और स्वेच्छा से काम करने वाले स्थानीय संगठनों को ढूंढ सकते हैं। वैश्विक शांति और समझ का संदेश विभिन्न कला रूपों के माध्यम से भी दिया जा सकता है।
आज के दौर में जब देश एक दूसरे से लड़ रहे हैं, तब इस दिन की एहमियत बढ़ती नज़र आ रही है। रूस-यूक्रेन के युद्ध के बाद अब इजराइल और पलेस्टाइन आपस में लड़ रहे हैं। यही नहीं, अब तो चीन भी ताइवान से लड़ रहा है। ऐसे हालतों के बीच इस दिन को मनाकर हम विश्व शांति का संदेश फैला सकते हैं। इस संदेश को लोगों तक पहुँचाने के लिए कुछ विचार हैं जैसे कि “विश्व शांति और समझ दिवस राष्ट्रों के बीच करुणा और एकता को प्रेरित करे, एक ऐसी दुनिया को बढ़ावा दे जहां नफरत पर प्यार की जीत हो सके”, और “वास्तविक और स्थायी जीत शांति की है, युद्ध की नहीं।”
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