Naseeruddin Shah and Anupam Kher: भारतीय सिनेमा के दो सबसे प्रतिष्ठित और अनुभवी अभिनेताओं, अनुपम खेर और नसीरुद्दीन शाह, ने अपने अभिनय कौशल और विविध भूमिकाओं से वर्षों तक दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया है। दोनों नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के पूर्व छात्र हैं और 2008 की चर्चित फिल्म ‘ए वेडनसडे’ सहित कई फिल्मों में साथ काम किया है। दोनों के बीच पेशेवर सम्मान तो रहा है, लेकिन राजनीतिक विचारों को लेकर उनके बीच कई बार मतभेद सामने आए हैं।
2020 में शुरू हुआ विवाद
यह विवाद 2020 में तब शुरू हुआ, जब नसीरुद्दीन शाह ने एक इंटरव्यू में अनुपम खेर के बारे में तीखी टिप्पणी की थी। शाह ने अनुपम खेर को “चापलूस” और “जोकर” कहा, जिससे दोनों कलाकारों के बीच कोल्ड वॉर की शुरुआत हो गई। शाह ने कहा था कि अनुपम खेर को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए, क्योंकि यह उनके खून में है। यह बयान तब आया जब जेएनयू विवाद के दौरान, दीपिका पादुकोण ने छात्रों के समर्थन में खड़े होकर राजनीतिक हलचल मचा दी थी। इस पर अनुपम खेर ने दीपिका के विरोध में और नसीरुद्दीन शाह ने उनके समर्थन में अपनी-अपनी राय रखी थी।
अनुपम खेर का जवाब
नसीरुद्दीन शाह की इस तीखी आलोचना के जवाब में अनुपम खेर ने भी तीखा बयान दिया। अनुपम खेर ने नसीरुद्दीन शाह को “निराश व्यक्ति” कहते हुए कहा, “नासिर साहब, मैंने आपको और आपकी बातों को कभी गंभीरता से नहीं लिया। इतनी सफलता हासिल करने के बावजूद आपने अपना पूरा जीवन निराशा में बिताया है।” अनुपम खेर ने आगे कहा कि वह किसी भी तरह की निजी टिप्पणी से अपने रिश्ते खराब नहीं करते, लेकिन जब नसीरुद्दीन शाह ने उन पर व्यक्तिगत हमला किया, तो उन्हें जवाब देना पड़ा।
दोस्तों के बीच राजनीतिक मतभेद
हाल ही में एक इंटरव्यू में अनुपम खेर से पूछा गया कि जब दो दोस्त या सहकर्मी अलग-अलग राजनीतिक विचार रखते हैं, तो क्या होता है? इस पर खेर ने कहा, “मैंने कभी भी निजी रिश्ते खराब नहीं किए हैं। मैं नसीर साहब का बहुत सम्मान करता हूं। लेकिन जब उन्होंने मुझ पर व्यक्तिगत टिप्पणी की, तो मुझे जवाब देने की जरूरत महसूस हुई। मैंने भगवद गीता पढ़ी है, जिसमें कृष्ण ने अर्जुन से कहा कि यह तुम्हारा परिवार नहीं है, तुम्हें यह करना होगा। तो मुझे भी सच बताना पड़ा।”
हालांकि, 2020 में हुए इस विवाद के बाद जब नसीरुद्दीन शाह और अनुपम खेर एक समारोह में मिले, तो दोनों ने एक-दूसरे को गले भी लगाया। यह घटना बताती है कि व्यक्तिगत मतभेदों के बावजूद, दोनों में पेशेवर और व्यक्तिगत स्तर पर एक-दूसरे के लिए सम्मान बना हुआ है। अनुपम खेर ने हाल ही में इस मुलाकात का खुलासा किया और यह भी कहा कि उन्होंने नसीरुद्दीन शाह के साथ अपने रिश्ते को कभी भी पूरी तरह से खत्म नहीं किया।
कलाकारों की दुनिया और राजनीतिक विचार
अनुपम खेर और नसीरुद्दीन शाह जैसे कलाकार अपनी कला के जरिए समाज में बदलाव की बात करते हैं, लेकिन उनके राजनीतिक विचार भिन्न हो सकते हैं। यह मतभेद कई बार सार्वजनिक हो जाते हैं, लेकिन इससे उनकी कला और उनके योगदान पर कोई असर नहीं पड़ता। भारतीय सिनेमा में दोनों की जगह आज भी बेहद अहम है, और यह विवाद केवल उनके व्यक्तिगत विचारों के टकराव को दर्शाता है।
अनुपम खेर और नसीरुद्दीन शाह दोनों ही भारतीय सिनेमा के महान कलाकार हैं, और उनके बीच के मतभेद केवल उनके राजनीतिक विचारों तक सीमित हैं। उनके अभिनय और फिल्मों ने वर्षों तक लोगों का मनोरंजन किया है, और भविष्य में भी उनकी कला का कद किसी भी विवाद से बड़ा रहेगा। दोनों के बीच यह विवाद एक याद दिलाने वाली घटना है कि कला और राजनीति, दो अलग-अलग रास्ते हो सकते हैं, लेकिन व्यक्तिगत सम्मान और रिश्तों का महत्व हमेशा बरकरार रहता है।
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