आज अमेरिका में ऐतिहासिक चुनाव हो रहे हैं, जो दुनिया के सबसे पुराने लोकतांत्रिक देश को उसका 47वां राष्ट्रपति चुनने का मौका देंगे। इस बार की चुनावी जंग में अमेरिकी राजनीति के दो बड़े नाम, कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रम्प, आमने-सामने हैं। दुनियाभर की नजरें इस मुकाबले पर टिकी हैं, और चुनावी मैदान में यह स्पष्ट हो चुका है कि इस बार की जंग बेहद कड़ी होगी।
कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रम्प के बीच मुकाबला
कमला हैरिस, जो वर्तमान में अमेरिकी उपराष्ट्रपति हैं, उनके पास परिवर्तन, प्रगति और समानता का चेहरा होने का दावा है। उन्होंने महिला और अल्पसंख्यक समुदायों के लिए कई कदम उठाए हैं, जिससे वे डेमोक्रेटिक पार्टी के समर्थकों के बीच एक प्रभावशाली नेता के रूप में उभरी हैं। हालांकि, कुछ आलोचकों का कहना है कि उनके कार्यकाल में कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों पर वह संतोषजनक समाधान नहीं दे पाईं, जैसे स्वास्थ्य सेवा और आंतरिक सुरक्षा।
दूसरी ओर, डोनाल्ड ट्रम्प, जिन्होंने 2017 से 2021 तक अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया, एक बार फिर राष्ट्रपति बनने की दौड़ में हैं। ट्रम्प की राजनीति का आधार उनके नायकत्व में आर्थिक सुधार, कम करों की वकालत और अप्रवासियों के खिलाफ सख्त रुख पर रहा है। उनके समर्थक उन्हें अमेरिका को ‘पहले’ लाने के वादे के साथ देख रहे हैं, जबकि आलोचक उन्हें एक विभाजनकारी नेता मानते हैं। ट्रम्प के समर्थकों की एक बड़ी संख्या अब भी उनके साथ खड़ी है, जो उन्हें पुनः व्हाइट हाउस में देखना चाहते हैं।
मतदान की घड़ी, नतीजों का इंतजार
आज यानी 5 नवंबर को अमेरिका में मतदान जारी है और अब तक करीब 80 मिलियन वोट, यानी लगभग 40% मतदाता, मेल द्वारा वोट कर चुके हैं। इस चुनाव में लगभग 60% वोटर्स आज मतदान कर सकते हैं। भारतीय समयानुसार, आज शाम 4:30 बजे तक मतदान समाप्त हो जाएगा। इसके बाद वोटों की गिनती शुरू होगी और आमतौर पर चुनावी नतीजे अगले 1-2 दिन में घोषित हो जाते हैं।
2020 में कोरोना महामारी के चलते चुनावी नतीजे आने में कई दिन लग गए थे, क्योंकि अधिकतर लोगों ने मेल द्वारा मतदान किया था। इस बार हालांकि उम्मीद जताई जा रही है कि नतीजे जल्दी सामने आएंगे। चुनावी माहौल में मतदाता उत्सुक हैं कि कौन इस चुनावी जंग में विजयी होगा – कमला हैरिस या डोनाल्ड ट्रम्प?
अमेरिका के भविष्य का फैसला
यह चुनाव सिर्फ एक पार्टी या एक नेता का नहीं, बल्कि अमेरिका के भविष्य का सवाल है। क्या अमेरिका कमला हैरिस के नेतृत्व में समानता, जलवायु परिवर्तन और सामाजिक न्याय के मुद्दों पर आगे बढ़ेगा, या फिर ट्रम्प के नेतृत्व में अमेरिका अपने पुराने राष्ट्रवादी, आर्थिक सुधारों और अप्रवासी विरोधी नीतियों को फिर से अपनाएगा?
यह चुनाव अमेरिका की राजनीतिक दिशा तय करेगा और दुनियाभर में इसके असर होंगे। खासतौर पर भारत और अन्य देशों के लिए अमेरिका के अगले राष्ट्रपति के फैसले का प्रभाव वैश्विक नीति, व्यापार और सुरक्षा संबंधी मुद्दों पर पड़ सकता है।
लोकतंत्र का महत्वपूर्ण मोड़
यह चुनाव केवल एक राजनीतिक मुकाबला नहीं, बल्कि अमेरिकी लोकतंत्र के लिए एक अहम मोड़ है। अगर ट्रम्प जीतते हैं, तो हम देखेंगे कि अमेरिका एक बार फिर से अपने पुराने रास्ते पर लौटता है, जो अधिक कड़े दृष्टिकोण, कम सरकारी हस्तक्षेप और घरेलू राजनीति के साथ संबंधों को प्राथमिकता देगा। वहीं, अगर कमला हैरिस जीतती हैं, तो अमेरिका में एक नई दिशा और प्रगति की लहर आएगी, जो समावेशिता, मानवाधिकार और जलवायु परिवर्तन जैसी वैश्विक चुनौतियों पर केंद्रित होगी।
इस बार का चुनाव न सिर्फ अमेरिकी नागरिकों के लिए, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक निर्णायक क्षण होगा। चाहे जो भी जीते, इसका असर न केवल अमेरिका, बल्कि पूरी दुनिया पर पड़ेगा।
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