हम अतीत में लड़े गए युद्धों का इतिहास पाते हैं और इतिहास में दर्ज उन घटनाओं के आधार पर वर्तमान में हो रहे युद्धों को भी देखते हैं! आधुनिक इतिहासकारों ने अंततः यह स्वीकार कर लिया है कि इतिहास में निरंतर शोध के माध्यम से खोजे गए नए तथ्य तथा इतिहास में परिवर्तन की आवश्यकता, कुछ विचारों या सिद्धांतों के नजरिए से लिखी गई है। इसी वजह से आज ‘इतिहास बहस है’ का नारा सर्वमान्य हो गया है और ऐसी ही एक बहस भारत के नामकरण को लेकर है।

More Stories
धुएं से शुरू हुआ, सादगी में खत्म हुआ एक युग ;पोप फ्रांसिस का निधन , जानिए पोप की अंतिम विदाई की पूरी प्रक्रिया
नहीं रहे पोप फ्रांसिस, 88 साल में ली आखिरी सांसें
आसाराम: जेल की सलाखों के पीछे, लेकिन साम्राज्य आज भी कायम!