Pakistani Grooming Gang: यूके में ‘पाकिस्तानी ग्रूमिंग गैंग्स’ कांड पिछले दो दशकों में सामने आए हाई-प्रोफाइल मामलों से जुड़ा है, जिनमें ब्रिटेन के विभिन्न हिस्सों में संगठित गिरोहों द्वारा बच्चों का यौन शोषण किया गया। यह मामला सामाजिक और राजनीतिक विवाद का केंद्र बन गया है, क्योंकि इसमें अधिकारियों की विफलता और संवेदनशील मुद्दों पर कार्रवाई न करने के आरोप लगाए गए हैं।
क्या है यूके का ‘ग्रूमिंग गैंग्स’ कांड?
- यह मामला मुख्य रूप से उन गिरोहों से जुड़ा है, जो कमजोर और वंचित पृष्ठभूमि की नाबालिग लड़कियों को निशाना बनाते थे।
- अधिकांश मामलों में, ये गिरोह ब्रिटिश-पाकिस्तानी पुरुषों के समूह थे।
- अधिकारियों की विफलता: कई रिपोर्टों, जैसे 2014 की जे रिपोर्ट, में खुलासा हुआ कि पुलिस और स्थानीय प्राधिकरणों ने डर के कारण समय पर कार्रवाई नहीं की, क्योंकि उन्हें “नस्लभेदी” कहलाने का डर था।
- इस मामले ने यूके में बच्चों की सुरक्षा और जवाबदेही पर व्यापक बहस छेड़ दी।
कीर स्टारमर और राष्ट्रीय जांच पर विवाद
- यूके की कंजर्वेटिव पार्टी ने प्रधानमंत्री कीर स्टारमर पर दबाव डाला कि वे इस कांड पर एक नई राष्ट्रीय जांच शुरू करें।
- स्टारमर, जो पहले डायरेक्टर ऑफ पब्लिक प्रॉसिक्यूशन्स थे, ने अपनी भूमिका का बचाव करते हुए कहा कि झूठी जानकारी फैलाने वाले असल पीड़ितों की मदद नहीं कर रहे हैं।
- विपक्ष ने कंजर्वेटिव प्रस्ताव को खारिज कर दिया और 364-111 के बहुमत से इसे अस्वीकार कर दिया।
एलन मस्क के हमले
- टेस्ला और एक्स (पूर्व में ट्विटर) के मालिक एलन मस्क ने हाल के दिनों में कीर स्टारमर के खिलाफ कई सोशल मीडिया पोस्ट किए हैं।
- मस्क ने आरोप लगाया कि स्टारमर “बच्चों के यौन अपराधों में शामिल लोगों के अपराधों में सहायक” हैं।
- उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर यौन शोषण के मामलों की जांच की मांग की।
- मस्क ने होम ऑफिस मंत्री जेस फिलिप्स को “रेप नरसंहार समर्थक” कहकर विवाद खड़ा कर दिया।
कीर स्टारमर की प्रतिक्रिया
स्टारमर ने मस्क के आरोपों को “झूठ और गलत जानकारी” बताया। उन्होंने कहा कि मस्क जैसे लोग एक संवेदनशील मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहे हैं। स्टारमर ने आरोप लगाया कि इस तरह की बयानबाजी समाज में विभाजन पैदा करती है।
मामले का व्यापक संदर्भ
यह विवाद बच्चों की सुरक्षा, सामुदायिक सौहार्द और संस्थागत विफलताओं पर यूके की नीतियों की परीक्षा को दर्शाता है। एलन मस्क के हमले ने इस मामले को अंतरराष्ट्रीय ध्यान में ला दिया है, लेकिन इसे लेकर ध्रुवीकरण बढ़ा है।
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