देशभर में मार्च के महीने में मौसम का रूख तेजी से बदल रहा है। एक तरफ जहां राजस्थान और मध्य प्रदेश में तापमान रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच रहा है, वहीं हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी और पंजाब में बारिश की संभावना बनी हुई है। इस बदले हुए मौसम का क्या असर होगा, आइए जानते हैं विस्तार से।
राजस्थान में लू का कहर!
राजस्थान के बाड़मेर और जालोर जैसे जिलों में हीटवेव (लू) का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मंगलवार को बाड़मेर का तापमान 41.2°C तक पहुंच गया, जो औसत से 7 डिग्री अधिक है। जालोर में भी 40°C का तापमान दर्ज किया गया। गर्मी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने लू से बचाव के निर्देश जारी किए हैं। अगर यही हाल रहा तो आने वाले दिनों में तापमान और भी बढ़ सकता है।
MP में सूरज के तीखे तेवर! 39°C पार पहुंचा पारा
मध्य प्रदेश में भी गर्मी ने अपने तीखे तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। मंगलवार को धार का तापमान 39.1°C दर्ज किया गया, जबकि नर्मदापुरम में 39°C तक पहुंच गया। भोपाल और इंदौर में भी गर्मी का असर बढ़ता जा रहा है। मार्च के महीने में ही तापमान इतना बढ़ना गर्मियों की भयावह तस्वीर पेश कर रहा है। अगर ऐसे ही हालात बने रहे, तो अप्रैल-मई में स्थिति और गंभीर हो सकती है।
पंजाब में मौसम बदलेगा, आंधी-बारिश की संभावना
पंजाब और चंडीगढ़ में 12 मार्च से मौसम करवट लेने वाला है। मौसम विभाग के अनुसार 15 मार्च तक हल्की बारिश होने की संभावना है। 13 और 14 मार्च को आंधी और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की गई है। यह बदलाव पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण हो रहा है। किसानों को भी सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि तेज बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान पहुंच सकता है।
हिमाचल में बर्फबारी और बारिश का यलो अलर्ट
हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी और भारी बारिश की चेतावनी जारी कर दी गई है। लाहौल-स्पीति, कुल्लू, कांगड़ा और मंडी जिलों में अगले पांच दिन तक बारिश और बर्फबारी जारी रहेगी। 14 मार्च को लाहौल-स्पीति में भारी बर्फबारी की आशंका है। 16 मार्च तक लगातार बादल बरसने की संभावना है, जिससे ऊंचे पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और भूस्खलन का खतरा बढ़ सकता है।
छत्तीसगढ़ में भी बढ़ा तापमान, 40°C तक पहुंच सकता है पारा
छत्तीसगढ़ में भी गर्मी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। रायपुर और दुर्ग संभाग में तापमान तेजी से बढ़ रहा है। राजनांदगांव में पारा 38°C के पार पहुंच चुका है, जबकि रायपुर और बिलासपुर में तापमान 37°C से ज्यादा दर्ज किया गया। अगले चार दिनों में तापमान 2-3 डिग्री और बढ़ने की संभावना है।
क्या हमें इस बदलाव से डरना चाहिए?
मौसम में हो रहा यह बदलाव कहीं न कहीं जलवायु परिवर्तन का संकेत दे रहा है। राजस्थान और मध्य प्रदेश में अभी से इतनी गर्मी पड़ना और हिमाचल में बर्फबारी का जारी रहना, यह दिखाता है कि हमारा पारंपरिक मौसम चक्र अब बदल रहा है। इस बदलाव के लिए हमें जल संरक्षण, हरियाली बढ़ाने और ऊर्जा के स्थायी विकल्प अपनाने की जरूरत है। वरना आने वाले वर्षों में यह समस्या और गंभीर हो सकती है।
अब सवाल यह है – क्या हम इस बदलाव के लिए तैयार हैं?
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