भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट ने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) में अपनी अपील के दौरान अपने ओलंपिक मुकाबले के समय 100 ग्राम वजन बढ़ने पर सफाई दी। उनके वकील ने कोर्ट में कहा कि यह वजन बढ़ोतरी बहुत मामूली थी और गर्मियों में सूजन की वजह से हो सकती है। साथ ही, यह भी कहा गया कि दिन में तीन बार मुकाबला करने के कारण उनके मसल्स में वृद्धि हो गई होगी, जिससे वजन बढ़ गया होगा। वजन घटाने के लिए उनके पास मुकाबलों के बीच का समय भी बहुत कम था।
इस बीच, PT ऊषा ने भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की मेडिकल टीम का बचाव किया है। वहीं, CAS ने अपने निर्णय को मंगलवार तक के लिए टाल दिया है, जिसके बाद यह तय होगा कि विनेश फोगाट को रजत पदक मिलेगा या नहीं।
दरअसल, विनेश फोगाट को अपने 50 किलोग्राम वर्ग के फाइनल में अमेरिका की सारा हिल्डब्रांड्ट के खिलाफ 100 ग्राम अधिक वजन के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया था। इसके बाद भारतीय पहलवान ने इस फैसले के खिलाफ CAS में अपील की है, लेकिन कोर्ट ने निर्णय लेने के लिए और समय की मांग की है।
गौरतलब है कि विनेश फोगाट ने सोशल मीडिया पर घोषणा की है कि वह कुश्ती से संन्यास ले रही हैं। उन्होंने लिखा, “मेरी हिम्मत टूट गई है, अब मुझमें और ताकत नहीं बची है। अलविदा कुश्ती, 2001-2024।”
इस फैसले का इंतजार अब पूरे देश को है कि क्या विनेश फोगाट का सफर रजत पदक के साथ समाप्त होगा या उन्हें केवल कड़वे अनुभव के साथ संतोष करना होगा।
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